Breaking News

मातृशक्ति अनुशासन से संस्कारित होता है परिवार

प्रेम भूषण महाराज का उद्गार

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई.  जिस घर में महिलाओं का शासन नहीं होता उस घर में अव्यवस्था उत्त्पन्न हो जाती है। इसलिए मातृ शक्ति का अनुशासन परिवार के लिए बहुत जरूरी है. यह अमृत उद्गार रामकथा के मर्मज्ञ एवं प्रसिद्ध प्रवचनकार पंडित प्रेम भूषण महाराज ने सन्यास आश्रम में आयोजित श्री राम कथा के दौरान व्यक्त किया. हम रामजी के रामजी हमारे हैं सेवा ट्रस्ट परिवार मुम्बई द्वारा सदगुरु फाउंडेशन ट्रस्ट और नैसर्गिक विकलांग सेवा संघ के सहयोग से पूज्यश्री प्रेमभूषण महाराज का जन्मोत्सव सप्ताह मनाया जा रहा है. इसके अंतर्गत 25 से 31जनवरी तक सायं 4 से 7 बजे तक सन्यास आश्रम मुंबई में संगीतमय श्रीरामकथा चल रही है.
कामधेनु साधना की सिद्धि का नाम
उन्होंने कहा कि कामधेनु को कोई गाय न समझा जाए यह एक साधना की सिद्धि का नाम है. गाय पवित्र होती है अतः इसे कामधेनु कहा जाता है. पूज्यश्री ने कहा कि व्यक्ति की रुचि का पता उसके भोजन और श्रृंगार से चलता है. पूज्यश्री ने समाज को कर्तव्य के प्रति सचेत करते हुए कहा कि हमारी कार्य के प्रति निष्ठा ऐसी होनी चाहिए कि, उसे कोई भी व्यवस्था प्रभावित न कर सके.
शिव परंपरा में कुछ भी खाने की छूट नहीं
पूज्यश्री ने भगवान शिव को श्रेष्ठतम वैष्णव बतलाते हुए कहा कि, शिव परंपरा में रह कर कुछ भी खाया- पीया नहीं जा सकता है. रामकथा जाति-पांतिका घोर विरोध करती है. पंचायती राज को सामाजिक कटुता का दोषी ठहराते हुए पूज्यश्री ने कहा कि, देश में अगला चुनाव भाषा,क्षेत्र से मुक्त होकर विकास के आधार पर लड़ा जाएगा. इस मौके पर यशोभूमि के प्रभारी संपादक केसी दुबे नवभारत के ठाणे प्रभारी राकेश पांडेय एवं पत्रकार विनीत तिवारी को पूज्य श्री प्रेम भूषण महाराज द्वारा सम्मानित किया गया.
इन महानुभावों की रही उपस्थिति
इस पावन अवसर पर  समिति प्रधान- गणेश अग्रवाल,उपाध्यक्ष-राजेश सिंह,कोषाध्यक्ष-बिजेंद्र सिंह,सचिव- अविनाश मिश्रा,नैसर्गिक विकलांग सेवासंघ के अध्यक्ष टी. एन. दुबे उपाध्यक्ष-दिनेश प्रताप सिंह,एड. सुरेंद्र त्रिपाठी,हृदय नारायण दीक्षित, सुरेंद्र गुप्ता, प्रिया सिंह, अशोका तिवारी,रेखा गुप्ता, चारु मिश्रा,स्वयं प्रकाश मिश्र, राजेश सिंह, मनीष सिंह आदि उपस्थित रहे.

Related Articles

Back to top button