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एक सीट, तीन उम्मीदवार, मोदी-योगी के नाम पर मांग रहे वोट
भाजपा के लिए असहज करने वाली स्थिति

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Up Election 2022: लखनऊ, उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर लगभग सभी पार्टियां बागी उम्मीदवारों से परेशान हैं. कम से कम 30 विधानसभा सीटों पर बागी उम्मीदवार पार्टी के उम्मीदवारों की नाक में दम कर रखा है. बागियों को मनाने की कोशिशें भी उन्हें चुनाव लड़ने से नहीं रोक पा रही हैं.
ऐसे ही महराजगंज जिले की एक सिसवा सीट है जहां पर चुनाव लड़ रहे तीन उम्मीदवार मोदी-योगी के नाम पर जनता से वोट मांग रहे हैं. दो बागी उम्मीदवारों के खड़े होने से पार्टी के प्रत्याशी की हालत पतली है भारतीय जनता पार्टी के लिए भी असहज करने वाली स्थिति बन गई है. भाजपा विरोधियों से ज्यादा अपने बागी उम्मीदवारों से परेशान है.
परिणाम यह हुआ कि अपने बागियों के धुंआधार वर्चुअल प्रचार प्रसार से पार्टी के होश उड़ गए हैं और अपनी जीती हुई सीट गंवाने से बचाने के लिए भाजपा को कोई उपाय नहीं सूझ रहा है.
बागी उम्मीदवारों में यहां समाजवादी पार्टी से भाजपा में घर वापसी किए पूर्व मंत्री शिवेंद्र सिंह हैं, जो डेढ़ दशक से राजनीति में सक्रिय हैं. इसके अलावा सिसवा विधानसभा में मजबूत पकड़ रखने वाले युवा नेता अजय श्रीवास्तव टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय ताल ठोंक दिए हैं. दोनों ही बागी उम्मीदवार अपने आपको भाजपा का सिपाही बता रहे हैं.
बागी उम्मीदवार भी पार्टी की नीति, योजनाएं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रचार प्रसार कर रहे हैं, लेकिन भाजपा द्वारा घोषित प्रत्याशी का खुलकर विरोध कर रहे हैं. यहां कार्यकर्ताओं के वर्गीकरण को रोकने के लिए और बागी उम्मीदवारों को मनाने के लिए केंद्रीय मंत्री पंकज चौधरी ने कमान संभाला है.
वे बागी नहीं वो मेरे कार्यकर्ता हैं- पंकज चौधरी
महराजगंज जिले में पांच विधानसभा सीटें हैं और सभी की जिम्मेदारी केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी के हाथों में है. वह एक-एक कार्यकर्ता को साधने में लगे हैं. बागी को मनाने की हर वो कोशिश कर रहे हैं. पंकज चौधरी का कहना है कि बागी नहीं हैं वो हमारे कार्यकर्ता हैं, घरेलू समस्या है, जल्द ही उसको निपटा लिया जाएगा.
जनता हो रही कनफ्यूज
असली उम्मीदवार को लेकर जनता कनफ्यूज
मोदी-योगी के नाम पर वोट मांग रहे तीन प्रत्याशियों को लेकर जनता भी कन्फ्यूजहो गई है कि असली उम्मीदवार कौन है. पार्टी के असली उम्मीदवार प्रेमसागर पटेल बागी श्रीवास्तव के आवास पर खुद मनाने पहुंचे लेकिन बात बनी नहीं. हालांकि अजय के आवास पर प्रेमसागर के जाने को सियासी जानकार पंकज चौधरी के कूटनीति का हिस्सा मान रहे हैं.
प्रेमसागर से कार्यकर्ता नाराज
निवर्तमान भाजपा विधायक प्रेम सागर पटेल को अपने पांच साल के कार्यकाल में भाजपा कार्यकर्ताओं की अनदेखी करना अब चुनाव के वक्त भारी पड़ रहा है. प्रेमसागर पटेल को सिसवा से फिर उम्मीदवार घोषित किया तब से बगावत शुरु हो गई.
विपक्ष की बजाए सिसवा विधानसभा में भाजपा अंतर कलह से परेशान है. शीर्ष नेतृत्व अपने बागी उम्मीदवारों को मनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहा है. महराजगंज से सांसद और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी खुद जिले में डेरा डाले हुए हैं. सवाल साख का है. सरकार बनाने के लिए एक -एक सीट का महत्व होता है.