
शिवसेना पर आरोपों की बौछार
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. महाराष्ट्र में शिवसेना और भाजपा के बीच तलवारें खिंची हुई हैं. शिवसेना सांसद संजय राउत और भाजपा नेता किरीट सोमैया के बीच आरोप- प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. इस बीच मुंबई महानगर पालिका ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के जुहू स्थित ‘अधीश’ बंगले में अवैध निर्माण की शिकायत के बाद जांच करने की नोटिस भेजा है. बीएमसी की नोटिस पर नारायण राणे शनिवार पत्रकार परिषद में कहा कि बंगले का निर्माण 100% अनुमति के अनुसार किया गया है. उसके अलावा एक इंच भी निर्माण कार्य नहीं किया गया है. राणे ने शिवसेना नेताओं से लेकर मुख्यमंत्री पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.
राणे ने कहा कि वे कुछ भी करें, उस पर मैं नहीं बोलूं क्या. क्या मुझे मातोश्री पर मिठाई का डब्बा भेजना चाहिए? मैं व्यावसायिक हूं, केवल राजनीति में भाषण करता हूं. हमने मेहनत की है. दूसरे की तरह सुपारी देकर किसी की हत्या नहीं करवाता हूं. इनकम टैक्स से पहले भी हमने सात नौकरियां की है. गलत तरीके से संपत्ति नहीं अर्जित की है. हमारी मेहनत का है.
दिशा, सुशांत की हत्या हुई
राणे ने दिशा सालियन और सुशांत सिंह पर कहा कि उनकी हत्या हुई थी. सुशांत के घर पर सावंत नाम का लड़का था, कहां गायब हो गया? दिशा सालियन का मित्र राव भी लापता है. बिल्डिंग का वाचमैन गायब है. यह सभी प्रकरण बाहर आना चाहिए. दिशा सालियन के बारे में सुशांत सिंह को जब पता चला तो उसने कहा था सबका पर्दाफाश होना चाहिए. उसकी भी हत्या कर दी गई. उस समय वहां किस मंत्री की कार थी. बिल्डिंग की सीसीटीवी कैसे गायब हो गई. 13 जून से पहले कैमरे थे उसके बाद कहां गायब हो गए? राणे ने कहा कि एक निश्चित व्यक्ति की एंबुलेंस ही क्यों बुलाई गई. कौन लाया, अस्पताल कौन लेकर गया. जो अधिकारी वहां थे वे भी अब वहां नहीं हैं.
मातोश्री के चमचों पर चर्चा जरूर होगी
राणे ने कहा कि पिछले दो साल में शिवसैनिकों को क्या मिला इससे उलट मातोश्री के चमचोंं को क्या मिला इस पर जरूर चर्चा होगी. शिवसैनिक सब देख रहे हैं. मुलाकात नहीं हो रही है. मैं किसी की बीमारी पर नहीं बोलूंगा. लेकिन दूसरा कोई होता तो पद त्याग देता. अब तो खड़ा होने के लिए भी दो-दो लोग लगते हैं. इससे पहले महाराष्ट्र में किसी के साथ ऐसा नहीं हुआ. ऐसी राजनीति नहीं हुई.
एक चिनपाट सांसद कौन है
राज्य का एक चिनपाट सांसद कौन है जो कभी विकास पर बात नहीं करता है. कानून व्यवस्था खराब हो गई है. मराठी मानुस उध्वस्त होकर मुंबई से तडीपार हो गया है. 66 वर्ष पहले मुंबई में कितने मराठी थे और अब कितने हैं. दो साल में मराठी लोगों के कोई उद्योग नहीं लाया गया.
रमेश मोरे, जयंत जाधव की हत्या क्यों हुई?
सवालों का बौछार करते हुए राणे ने कहा कि रमेश मोरे, जयंत जाधव की हत्या क्यों हुई? यह मुझे नहीं पता है क्या. हमने अभी इसे निकाला नहीं है. मुख्यमंत्री खुद वार्ड में फोन करते हैं. न्यायालय में फोन जाता है. यह कैसी शत्रुता, मुझे कोई समस्या नहीं है. मैं झुकने वालों में से नहीं हूं. मराठा हूं, किसी के पेट पर लात नहीं मारता हूं, हीनभावना से किसी की शिकायत नहीं करुंगा.
बालासाहेब ठाकरे ने मराठी लोगों के लिए शिवसेना निकाली. लेकिन अब शिवसेना का प्रमुख ही मराठी लोगों के बच्चों से खिलवाड़ कर रहा है. एक मातोश्री की मरम्मत हुई.मातोश्री पार्ट-2 बनाया. हमने कुछ नहीं कहा. शिवसेना भाजपा सरकार में अवैध निर्माण पैसे देकर वैध किया गया.
हमारे बंगले का निर्माण आर्किटेक्ट ने ही किया है. हम उसमें रहते हैं कोई होटल नहीं चलाते हैं. बीएमसी में उनकी सत्ता है इसलिए शिवसेना की तरफ से नोटिस लगाया जाता है. परिवार के 8 सदस्य उसमेंं रहते हैं. 2015-17 से शिकायत की जा रही है. बीएमसी ने पूरा प्लान देखा है. कुछ भी अवैध नहीं होने का उत्तर भी दिया है. 14 साल से मैं यहां रहता हूं.1991के डीसी रुल के तहत निर्माण हुआ है. बीएमसी ने ऑक्यूपेशन और बीसीसी सार्टिफिकेट दिया है. एक भी कमी नहीं है फिर भी नोटिस लगाया जाता है.