
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
लखनऊ. यूपी विधानसभा चुनाव (Up Election 2022) के पांचवें चरण में 55.7 फीसदी मतदान हुआ है. पिछली बार 2017 के विधानसभा चुनाव में 58.4 फीसदी मतदान हुआ था. यानी पिछली बार से करीब 2.7 फीसदी कम वोटिंग इस बार देखने को मिली है. पांचवें चरण में 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर मतदान (Voting Updates) हुआ था. हालांकि
मतदान का आंकड़ा चुनाव आयोग की अंतिम सूचना के मुताबिक थोड़ा बदल सकता है.इस चरण में पूर्वी उत्तर प्रदेश के अयोध्या, सुल्तानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, प्रयागराज, बाराबंकी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, अमेठी और रायबरेली सहित 12 जिलों में फैले कुल 61 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान पूरा हो गया.
यूपी में पांचवे चरण के चुनाव में शाम 5 बजे
तक 54 फीसदी मतदान हो चुका था, जो 2017 के चुनाव के मुकाबले 4.5 फीसदी कम है. जबकि दोपहर 3 बजे तक 46.28% मतदान दर्ज किया गया था, जो कि साल 2017 के चुनाव की तुलना में 2.9%
कम रहा. पांचवें चरण के मतदान में चित्रकूट जिला सबसे आगे दिख रहा है. सबसे आगे दिख रहा है. वहां दोपहर 3 बजे तक
51.56 फीसदी वोटिंग हो चुकी थी. जबकि अयोध्या में 50.66, श्रावस्ती में 49.40 फीसदी, अमेठी में 46.42 फीसदी, बहराइच में 48.75 प्रतिशत, बाराबंकी में औसत मतदान 45.53 फीसदी, गोंडा में औसत 46.62 प्रतिशत, कौशांबी में 48.66 फीसदी,
प्रयागराज में 42.62 प्रतिशत,सुल्तानपुर में 46.43 प्रतिशत औसत वोटिंग हुई है.
बीजेपी के लिए अहम है पूर्वांचल
गौरतलब है कि साल 2017 में बीजेपी ने पूर्वी यूपी के इस क्षेत्र की 55 सीटों में से 38 सीटें जीती थीं, जबकि सपा ने 15 और कांग्रेस ने दो सीटों पर जीत हासिल की थी. इस चरण की एक और सबसे चर्चित सीट अमेठी है जो कभी कांग्रेस पार्टी का गढ़ हुआ करती थी. हालांकि यह देखना होगा कि शाम 6 बजे तक
मतदान प्रतिशत क्या पिछली बार 2017 के
विधानसभा चुनाव के स्तर को पार करता है या
नहीं.
पूर्वांचल में प्रचार पर जोर
उत्तर प्रदेश में अभी दो चरण का चुनाव बाकी है. इसलिए सभी पार्टियां इन दो चरणों के चुनाव प्रचार पर अपना जोर लगा रही है. जौनपुर की बदलापुर विधानसभा सीट पर भोजपुरी अभिनेता भाजपा सांसद मनोज तिवारी भाजपा उम्मीदवार रमेश मिश्रा के लिए प्रचार किया. उन्होंने अखिलेश यादव को टोंटी चोर बोलकर यहां का माहौल गर्म कर दिया है. ब्राम्हण बाहुल्य इस सीट पर दो उम्मीद ब्राह्मण हैं जबकि दो क्षत्रिय उम्मीदवारों में से कौन बाजी मारता है. यह तो 10 मार्च को ही पता चलेगा लेकिन यहां मुख्य मुकाबला भाजपा और सपा के बीच है.