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शिवसेना नेता की 11.35 करोड़ की संपत्ति जब्त
ED ने NSEL घोटाले में अब तक 3254.02 करोड़ जब्त किये

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ठाणे में एनएसईएल (NSEL) घोटाले में आज11.35 करोड़ रुपये के मूल्य के 02 फ्लैट और जमीन का एक पार्सल संलग्न किया है. एनएसईएल धोखाधड़ी से संबंधित एक मामले में धन शोधन निवारण, 2002 के प्रावधानों के तहत शिवसेना नेता प्रताप सरनाइक पर कार्रवाई करते हुए 11.35 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है.
2013 में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने एनएसईएल मामले में एनएसईएल के निदेशकों और प्रमुख अधिकारियों 25 डिफॉल्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी. इस घोटाले में हुई मनी लांड्रिंग की जांच बाद में ईडी को सौंप दी गई थी. इस मामले में, आरोपियों ने निवेशकों को धोखा देने के लिए एक आपराधिक साजिश रची, उन्हें नेशनल स्पॉट एक्सचेंज लिमिटेड (NSEL) के प्लेटफॉर्म पर व्यापार करने के लिए प्रेरित किया, फर्जी गोदाम रसीद जैसे जाली दस्तावेज बनाए, खातों में फर्जीवाड़ा कर आपराधिक विश्वासघात किया था. लगभग 13000 निवेशकों से 5600 करोड रुपये की धोखाधड़ी की गई थी.
पीएमएलए के तहत की गई जांच से पता चला है कि विभिन्न निवेशकों से एकत्र किए गए धन को, एनएसईएल के उधारकर्ताओं/व्यापारिक सदस्यों द्वारा अन्य गतिविधियों जैसे रियल एस्टेट में निवेश, बकाया ऋणों की अदायगी और अन्य गतिविधियों के लिए डायवर्ट किया गया था.
जांच में आगे पता चला कि आस्था समूह, जिसमें एनएसईएल के एक डिफॉल्टर सदस्य शामिल हैं, उस पर एनएसईएल की ओर 242.66 करोड़ रुपये लाइबिलिटी थी. 2012-13 की अवधि में आस्था समूह ने मेसर्स विहंग 21.74 करोड़ डाइवर्ट किया. विहंग कंपनी शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक की कंपनी है. 11.35 करोड़ मेसर्स विहंग इंटरप्राइजेज और मेसर्स विहांग इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड को भी हस्तांतरित किए गए. यह दोनों फर्में प्रताप सरनाइक और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा नियंत्रित की जाती हैं. ईडी ने मनी लांड्रिंग मामले में प्रताप सरनाइक के ठाणे में 02 फ्लैटों और भूमि के एक पार्सल से युक्त संपत्ति की जांच और पहचान की थी उसे जब्त कर लिया है. अटैच की गई प्रापर्टी की कीमत 11.35 करोड़ रुपये है.
बची हुई राशि 10.50 करोड़ का भुगतान आस्था समूह ने योगेश देशमुख नामक व्यक्ति को किया था. पीएमएल के तहत यह राशि पहले ही संलग्न की जा चुकी हैं. इससे पहले इस मामले में 3242.67 करोड़ की संपत्ति जब्त की जा चुकी है. इस मामले में अब कुर्क की गई कुल संपत्तियों का मूल्य 3254.02 करोड़ रुपये हो गया है. ईडी ने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है.