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बसपा प्रमुख मायावती का बड़ा फैसला
तीन समन्वयक छोड़ कर पूरी कार्यकारिणी भंग

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Up Election) में मिली करारी हार के बाद बहुजन समाज पार्टी (Bsp) प्रमुख मायावती ने बड़ा फैसला लिया है. मायावती ने तीन समन्वय छोड़ कर पूरी कार्यकारिणी को भंग कर दिया है. (Mayawati dissolved the party’s entire executive body)
बसपा ने एक उच्चस्तरीय बैठक में पार्टी की करारी हार की समीक्षा की. उन्होंने बैठक में मायावती के भतीजे आकाश आनंद को अपना राष्ट्रीय समन्वयक नियुक्त किया. पार्टी ने तीन मुख्य समन्वयक भी नियुक्त किए हैं- मेरठ से मुनकद अली, बुलंदशहर से राजकुमार गौतम और आजमगढ़ से विजय कुमार को नियुक्त किया है.
बसपा के उमाशंकर सिंह ने बताया कि “2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा करने के लिए बैठक बुलाई गई थी. पिछले2017 चुनावों में, हमें समाजवादी पार्टी की तुलना में 1.9 प्रतिशत अधिक वोट मिले थे, भले ही हमें कम सीटें मिली थी.
2007 के विधानसभा चुनावों में, बसपा ने उत्तर प्रदेश में पूर्ण बहुमत हासिल किया था. हालांकि उसके बाद से पार्टी का प्रदर्शन दयनीय रहा है. इस बार, योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (Bjp) की सरकार बनी है. राज्य में बसपा को12.88 प्रतिशत वोट के साथ सिर्फ एक सीट हासिल हुई.
11 मार्च को, मायावती ने स्वीकार किया था कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी की हार एक “सबक” है. मायावती ने कहा था, ‘हमें इससे सीखना होगा, आत्मनिरीक्षण करना होगा और अपने पार्टी आंदोलन को आगे बढ़ा कर उत्तर प्रदेश की सत्ता में वापस आना होगा.