
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. देश में काम रहे लाखों सरकारी व प्राइवेट वर्ग को सरकार ने बड़ा झटका (Government gave a blow to the working class) दिया है. सरकार ने आपकी सैलरी से काटे गए (EPFO cut interest rate) पर मिलने वाले ब्याज दर को कम कर दिया गया है. इससे पहले EPFO पर सबसे ज्यादा ब्याज दर का भुगतान किया जाता था. लेकिन अब उसमें बड़ी कटौती कर दी गई है.
केंद्रीय न्यासी बोर्ड और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की वित्त निवेश और लेखा परीक्षा समिति के साथ चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया.
EPFO ने वित्त वर्ष 2020-21 में 8.50 फीसदी ब्याज देने का फैसला किया था. EPFO में जमा लगभग 15% पैसा इक्विटी में और बाकी कर्ज में निवेश किया जाता है. पासबुक पर गौर करें तो ईपीएफओ के वित्त वर्ष 2022 के लिए पीएफ पर ब्याज दर घटाकर 8.1 फीसदी कर दी गई है, जो 40 साल में सबसे कम है.