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शिंदे पर असर नहीं कर रही शिव सैनिकों की भावुक अपील
कांग्रेस - राष्ट्रवादी के साथ गठबंधन तोड़ने पर आमादा

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Mahavikas Aghadi Crisis: मुंबई शिवसेना के 35 विधायकों के साथ बागी हुए एकनाथ शिंदे को शिवसैनिकों और उद्धव ठाकरे ( Uddhav Thackeray) की तरफ से वापस आने की भावुक (Shiv Sainik’s emotional appeal is not affecting Shinde) अपील की जा रही है. लेकिन भावुक अपील का उन पर कोई असर नहीं दिख रहा है. एकनाथ शिंदे से मिलने गए सूरत को (la Meredian Hotel) मिलिंद नार्वेकर ने उनकी मुख्यमंत्री से बात कराई लेकिन शिंदे नहीं पिघले. शिंदे ने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस – राष्ट्रवादी गठबंधन का अब वे हिस्सा नहीं बनेंगे. भाजपा के साथ शिवसेना का गठबंधन होता है तो ही शिवसेना में वापसी का विचार कर सकते हैं.
शिवसेना की तरफ से शिंदे और उनके साथ गए विधायकों को मनाने का प्रयास किया जा रहा है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शिंदे उनकी बात नहीं टालेंगे. शिंदे से उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे ने भी फोन पर बात की थी.
यह है नाराजगी की वजह
शिंदे एवं शिवसेना विधायकों में नाराजगी एक दिन में नहीं पनपी है. शिंदे लगातार अपनी उपेक्षा से परेशान थे. शहरी विकास मंत्री होने के बाद भी विभाग में उनकी नहीं सुनी जा रही थी. मुख्यमंत्री कार्यालय से स्पष्ट निर्देश था कि उनकी फाइलों पर हस्ताक्षर न किए जाएं. शिंदे के विभाग के अंतर्गत आने वाले एमएमआरडीए में एकनाथ शिंदे के बजाय आदित्य ठाकरे की सुनी जा रही थी. किसी भी महानगर पालिका में शिंदे को नजरंदाज किया जा रहा था.
मुख्यमंत्री से मिलने के लिए करना पड़ता इंतजार
शिवसेना सूत्रों के अनुसार शिंदे के लिए मुख्यमंत्री नॉट रीचेबल हो गए थे. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए शिंदे को इंतजार कराया जाता था. जब पार्टी के एक प्रमुख नेता का यह हाल था तो शिवसेना के विधायकों का क्या हाल होता होगा. पार्टी में मिल रहे इस अपमान से शिंदे कितना आहत हैं यह इस बात से समझा जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने फोन पर उन्हें 10 मिनट तक समझाते रहे लेकिन बात नहीं बनीं. विधायक दल नेता पद से हटाने के बाद वापसी के सभी रास्ते बंद हो गए हैं.
महाविकास आघाड़ी नेताओं की बैठक
महाविकास आघाड़ी सरकार पर आसन्न संकट को लेकर महाविकास आघाड़ी दलों के प्रमुख नेताओं की बैठक हुई. इस बैठक में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, कांग्रेस नेता बालासाहेब थोरात के अलावा प्रमुख नेता शामिल हुए. बैठक में सरकार बचाने को लेकर चर्चा हुई. कांग्रेस के भी कई विधायक लापता हैं इसलिए हाईकमान ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को महाराष्ट्र भेजा है. बैठक के बाद शरद पवार ने कहा कि एकनाथ शिंदे को समझाने का प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि शिवसेना मुख्यमंत्री किसे बनाती है यह उसका आंतरिक मामला है. इससे पहले भी सरकार गिराने की कोशिश हुई थी. उन्होंने माना कि इस बार मामला थोड़ा अलग है.




