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ठाकरे परिवार का जिला प्रमुखों और नगरसेवकों से संवाद
ऑनलाइन बैठक में महाराष्ट्र के 2,000 नगरसेवक थे मौजूद

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
MahavikasAghadi Crisis: मुंबई. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और युवा सेना नेता आदित्य ठाकरे शिवसेना विधायकों के बगावत के बेहद सतर्कता से कदम उठा रहे हैं. पार्टी को विभाजित होने से बचाने के लिए मुख्यमंत्री शिवसेना के जिला प्रमुखों से बात (Thackeray family’s dialogue with district heads and corporators) किया तो आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के नगरसेवकों को टूटने से बचाने के ऑनलाइन संवाद स्थापित किए.
बीजेपी ने कई बार धोखा दिया
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि बीजेपी ने हमें बहुत बार धोखा दिया. जो आज बगावत कर रहे हैं वे अपने थे हमें अपनों ने धोखा दिया. जो गए उन्हें जाने दो, हम शिवसेना को फिर से करेंगे.
मुख्यमंत्री ने सांसदों से की बात
वहीं पार्षदों से बात करते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि मैंने सोचा कि केवल मुंबई के ही नगरसेवक होंगे, लेकिन फिर मुझे पता चला कि महाराष्ट्र के सभी नगरसेवक मौजूद हैं.आदित्य ने कहा कि जब विभाजन होता है, तो कोई उत्साह नहीं होता है. हर महीने हम एक साथ बैठकर आम समस्याओं का समाधान करते हैं,अन्य शहरों में पूरे देश ने कोविड काल में किए गए कार्यों को देखा. उन्होंने कहा कि
फिलहाल मुख्यमंत्री, सांसदों के साथ बैठक कर रहे हैं
जो विधायक गए हैं, उनमें से 50% वापस आएंगे, कुछ को यह कहकर ले जाया गया है कि वे डिनर पर जाना चाहते हैं.
लड़ाई के लिए तैयार रहें
मुख्यमंत्री ने हमें लड़ाई के लिए तैयार रहने को कहा है. कुछ दिन पहले जब मुख्यमंत्री ने जब यह खुसुर फुसुर सुनी तो उन्होंने उन्हें फोन कर कहा था कि आप चाहें तो मुख्यमंत्री बन जाइए. हमें मुख्यमंत्री पद का कोई लोभ नहीं है. लेकिन कुछ राक्षसी, महत्वाकांक्षी लोगों ने पार्टी को बांटने की कोशिश कर रहे हैं. उनके पास भाजपा में शामिल होने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. शिवसेना की भूमिका प्राण जाए,पर वचन न जाए की है. जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे, विद्रोही निकलेंगे और वापस आएंगे. नितिन देशमुख वापस आए, उन्होंने बताया क्या हुआ. अगर कुछ साज़िश नहीं थी तो सूरत, असम में जाकर विद्रोह नहीं करते. हम लड़ना और जीतना जानते हैं.
सत्ता से विपक्ष में जाने के लिए विद्रोह
आदित्य ठाकरे ने कहा कि तुम किसके लिए लड़ रहे हो? आप जानते हैं कि जब हमने पिछले दो विद्रोह देखे जिसमें हम जीते भी. उसके बाद जो दो विद्रोह हुआ, हम,आप जानते हैं कि वे आज कहां हैं. अब हमारी सरकार आई है, हम काम कर रहे हैं काम करना हमारा कर्तव्य है. हम शिवसेना का निर्माण कर रहे हैं, हम हर लड़ाई जीतने के लिए काम करना चाहते हैं, जो हमारे साथ नहीं हैं वे हमारे विरोधी हैं. ये है पार्षदों की ताकत, लेकिन हमने सड़कों पर शिवसैनिकों को देखा, अब तक विपक्ष से सत्ता में जाने के लिए कई विद्रोह हुए हैं, लेकिन यह देखा गया विद्रोह सत्ता से विपक्ष में जाने के लिए किया जा रहा है.
प्राइस टैग वाले नहीं चाहिए
दिल और दिमाग पर राज करने वाले हमारे मुख्यमंत्री हैं, हम जहां भी गए, लोग उद्धव साहब की तारीफ कर रहे थे. बड़ी बात यह है कि आम लोग राजनीतिक नहीं सभी उद्धव साहब की सराहना करते हैं. जितने भी सर्वे में अध्ययन किया गया, वहां उद्धव साहब हमारे नंबर एक सीएम हैं, वह लोगों के लिए काम करने वाले सीएम हैं. मुख्यमंत्री का ऑपरेशन हुआ हैं, उन्होंने ऐसे समय में बगावत कर दी, लेकिन जो जाना चाहते हैं, वे जाएं. हम ऐसे लोगों को चाहते हैं जो मन की परवाह करें, प्राईस टैग वालों की जरूरत नहीं है.
भगवा माहौल में चुनाव
ईडी, सीबीआई लगाई जाती है लगे हैं, लेकिन संघर्ष हमारे लिए नया नहीं है जब शिव सैनिक कहते हैं,
आदित्य जी कुछ भी करो माविआ की सरकार देश के लिए जरूरी है.आदित्य ने पूछा कि क्या आप सब साथ हैं?सब साथ रहेंगे तो भगवा माहौल में चुनाव मनाएंगे.