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फडणवीस के पीएम मैटेरियल से ड़रा हाईकमान
चाणक्य हुए बेबस. चेहरे पर छायी मायूसी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनाने में भाजपा की सरकार बनाने के पिछले एक साल से साइलेंट काम कर रहे विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnvis) के हाथ आखिर निराश ही हाथ लगी. पार्टी हाईकमान (High command. scared of Fadnavi PM material ) के आग्रह पर बेमन से उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार कर लिए लेकिन चेहरे पर सरकार बनने की खुशी गायब थी. मुख्यमंत्री नहीं बन पाने की बेबसी चेहरे पर स्पष्ट झलक रही थी. लेकिन हाईकमान ने फडणवीस का पद और कद दोनों छोटा कर दिया. इसका सबसे बड़ा कारण फडणवीस में पीएम मैटेरियल को बताया जा रहा है. मीडिया में लगातार पीएम मैटेरियल की खबरों से हाईकमान बेचैन हो उठा था. इसलिए 50 विधायकों वाले शिंदे को मुख्यमंत्री बना दिया गया जबकि 120 विधायकों वाली भाजपा को उपमुख्यमंत्री पद स्वीकार करना पड़ रहा है.
कैसे हुआ बदलाव
महाविकास आघाड़ी सरकार गिरने के बाद से ही यह स्पष्ट हो गया था कि देवेंद्र फडणवीस ही राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनेंगे. गुरुवार शाम महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस एकनाथ शिंदे के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस करते है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में वो ऐलान करते हैं कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद पर एकनाथ शिंदे बैठेंगे और वो इस सरकार से बाहर रहेंगे. नई सरकार के मंत्रिमंडल का गठन आने वाले दिनों में करने की भी घोषणा की जाती है. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के इस्तीफा देने के बाद ही शायद पार्टी हाईकमान ने उन्हें अपना फैसला सुना दिया था. शपथ ग्रहण से एक घंटे पहले खबर आती है कि देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. बताया जा रहा है कि शपथ ग्रहण से ठीक पहले दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और अमित शाह की बैठक हुई जिसमें नड्डा ने फडणवीस को डिप्टी सीएम की शपथ के लिए कहा जिसके बाद शपथ ग्रहण से आखिरी घंटे से पहले ये बदलाव हुआ.
हाईकमान के आगे बेबस
दो घंटे के भीतर लिए गए इस फैसले से सियासी पंडित ही अपितु हर कोई हैरान रह गया था. देवेंद्र फडणवीस को त्याग की मूर्ति बताया जाने लगा. देवेंद्र फडणवीस का मास्टर स्ट्रोक करार दे दिया गया लेकिन सियासत के जानकार इसे त्याग नहीं बल्कि पर कतरना करार दिया है. कहा तो यह भी जा रहा है कि भाजपा हाईकमान एक तीर से कई निशाने साधे हैं. जो आने वाले समय में पार्टी को लाभ पहुंचा सकते हैं. खुद एकनाथ शिंदे कह चुके हैं कि वे उपमुख्यमंत्री और फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे. लेकिन हुआ इससे उल्टा.
इनके भी कतर दिए गए पर
पीएम मैटेरियल के कारण शिवराज सिंह चौहान, नितिन गडकरी, यहां तक की जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी पीएम मैटेरियल बताया गया था. इनके भी पर कतर दिए गए थे. अमित शाह और जेपी नड्डा के मनाने के अनमने ढंग से उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकारने वाले फडणवीस ने कहा कि वे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता हैं. पार्टी ने मुझे महाराष्ट्र की सत्ता का सर्वोच्च पद दिया था इसके लिए पार्टी ने जो कहा उसकी बात को स्वीकार करता हूं. गंभीर विषयों पर भी अपना संयम नहीं खोने फडणवीस के चेहरे पर जो मुस्कराहट रहती थी वह गायब थी. यही कारण है कि शपथ ग्रहण के बाद वे राज्यपाल का अभिवादन कर कुर्सी पर बैठ गए जबकि शिंदे से भी हाथ मिलाने नहीं गए.भारी मन से ही उन्होंने यह दिया दिया कि वे आज भी अनुशासित सिपाही हैं.




