निष्ठा यात्रा बनाम सम्मेलन, किसकी पकड़ होगी मजबूत
बदलापुर के सभी नगरसेवक शिंदे गुट के साथ

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
- मुंबई. एक तरफ शिवसेना की निष्ठा यात्रा चल रही है वहीं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे सम्मेलन यात्रा के जरिए निष्ठा यात्रा को विफल करने के प्रयास में लगे हैं. निष्ठा यात्रा बनाम सम्मेलन (Nishtha Yatra vs Sammelan, who will have a stronger hold)के जरिए शिवसेना पर अपना कब्जा बनाए रखने के लिए दोनों तरफ से जी तोड़ परिश्रम किया जा रहा है. महाराष्ट्र में हुए तख्तापलट के बाद अब शिवसेना के अस्तित्व पर ही संकट मंडराने लगा है.
असली शिवसेना साबित करने की होड़
शिवसेना में हुए अब तक के सबसे बड़े विद्रोह के बाद ठाकरे परिवार निष्ठा यात्रा के जरिए महाराष्ट्र भ्रमण पर है. वहीं मुख्यमंत्री एक -एक कर सभी बागी विधायकों के क्षेत्रों में सम्मेलन कर रहे हैं. इस रस्साकसी में कौन बाजी मारेगा यह सुप्रीम कोर्ट और केंद्रीय चुनाव आयोग ही तय करेगा लेकिन शिवसेना के दोनों धडों के बीच एक दूसरे को असली साबित करने की होड़ लग गई है.
शिंदे गुट रहा हावी
शिवसेना में भी बगावत के बाद से अब तक शिंदे गुट ही हावी रहा है. शिवसेना के 40 विधायकों को अपने साथ लाने में कामयाब रहे एकनाथ शिंदे मुंबई महानगर क्षेत्र की महानगरपालिकाओं के ज्यादातर नगरसेवकों को अपने साथ लाने में सफल रहे हैं. ठाणे, नवी मुंबई , अंबरनाथ, कल्याण-डोंबिवली, मीरा- भायंदर और अब बदलापुर के सभी 25 नगरसेवक शिंदे के साथ आ गए हैं. इससे लगता है कि उद्धव गुट की शिव सैनिकों के साथ की जा रही सभी बैठकें निरर्थक साबित हो रही हैं.
बदलापुर में ठाकरे धड़ा साफ
बदलापुर के सभी पार्षद आज एकनाथ शिंदे समूह में शामिल हो गए. यह शिवसेना के लिए जबरदस्त झटका माना जा रहा है. शिवसेना के बदलापुर में कुल 25 पार्षदों ने जिला शिवसेना प्रमुख वामन म्हात्रे के नेतृत्व में नंदनवार बंगले में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की. मुख्यमंत्री ने इन नगरसेवकों का अपने समूह में फूलों का गुलदस्ता देकर स्वागत किया. इस समय इन नगरसेवकों के साथ कई पदाधिकारी भी एकनाथ शिंदे समूह से जुड़ गए. इन नगरसेवकों के अलावा, ठाणे जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा पाटिल, उपाध्यक्ष सुभाष पवार, अंबरनाथ पंचायत समिति की अध्यक्ष अनीता निरगुडा, अंबरनाथ तालुका प्रमुख बलाराम कांबरी ने भी शिंदे गुट में शामिल हो गए.