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फिर हड़ताल पर बस ड्राइवर, अप्रैल से नहीं मिला वेतन
वडाला डेपो में नहीं निकली एक भी बस, यात्रियों की बढ़ी परेशानी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
BEST Bus Driver: मुंबई. अप्रैल महीने से वेतन नहीं दिए जाने के कारण बेस्ट के ठेका ड्राइवर एक बार फिर हड़ताल (Best Bus Driver On Strike Again) पर चले गए हैं. हर दो तीन महीने में होने वाली हड़ताल से मुंबईकर परेशान हो चुके हैं लेकिन बेस्ट प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा हुआ है. रविवार को एटीसी ग्रुप के ड्राइवर हड़ताल पर गए थे. सोमवार से एमपी ग्रुप के ड्राइवर भी हड़ताल पर जाने से बेस्ट यात्रियों का बुरा हाल हो गया है.
एमपी ग्रुप ड्राइवरों ने बताया कि बस ड्राइवरों का अप्रैल महीने का वेतन बकाया है. कुछ ड्राइवरों को आधा वेतन मिला है. एक वर्ष से भविष्य निर्वाह निधि का पैसा भी जमा नहीं किया गया है. बस चालकों का आरोप है कि उन्हें सेलरी स्लिप भी नहीं दी जा रही है. इस वर्ष तीसरी बार है जब ठेके पर बस चलाने वाले ड्राइवर वेतन के लिए हड़ताल पर गए हैं.

स्थाई समाधान निकालने में बेस्ट प्रशासन फेल
हर दूसरे तीसरे महीने होने वाली हड़ताल का बेस्ट प्रशासन स्थाई समाधान निकालने में विफल रहा है. बसों को ठेके पर देकर बेस्ट को ठेकेदारों के हवाले कर दिया गया. लेकिन इसका खामियाजा लाखों बेस्ट यात्रियों को झेलना पड़ रहा है. प्वाइंट टू प्वाइंट चलने वाली बसों के चक्का जाम होने से यात्री परेशान हो चुके हैं।
कंपनी कर रही ड्राइवरों का शोषण
ड्राइवरों ने कहा कि वडाला, कुलाबा, बांद्रा, कुर्ला और मुलुंड डेपो प्रत्येक में 200 से अधिक मिडी,मिनी बसें चलाई जाती हैं. दोनों पालियों को मिला कर लगभग 300 ड्राइवर आंदोलन में शामिल हो गए हैं. कंपनी की तरफ से ड्राइवरों का शोषण किया जा रहा है. पुरानी कंपनी ने पांच महीने का पीएफ नहीं जमा किया. एम पी ने भी चार महीने का पीएफ रोक रखा है. ड्राइवर अपनी घरेलू समस्याओं को दरकिनार कर बसों को निकालते हैं. हमें 18000 वेतन दिया जाता है. एक दिन काम से छुट्टी लेने पर 1650 रुपए काट लिए जाते हैं. वेतन मिलने पर बसों को तुरंत चलाया जाएगा.
प्रशासन करता है कार्रवाई का दिखावा
हड़ताल के बाद बेस्ट प्रशासन ठेकेदारों पर कार्रवाई करने की बात करता है. बेस्ट प्रशासन का कहना है कि कंपनी को कांट्रेक्ट देते समय तय नियमों और शर्तों के अनुसार कंपनी पर कार्रवाई की जाएगी. वडाला डेपो की 63 बसें नहीं निकली हैं. बेस्ट 27 बसें उन मार्गों पर चला रहा है. लेकिन अभी तक प्रशासन की तरफ से यह नहीं बताया गया कि क्या कार्रवाई की गई है.