नवी मुंबई. महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार पनवेल में भाजपा कार्यकारिणी की बैठक हो रही है. इस बैठक में प्रदेश भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता मौजूद हैं. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री (Fadnavis’s all-out attack on Uddhav Thackeray) देवेंद्र फडणवीस ने पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर चौतरफा हमला बोला. फडणवीस ने महाविकास आघाड़ी की कड़ी आलोचना की. फडणवीस ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ठाकरे सरकार ने पिछले ढाई साल में केवल बदले की भावना से काम किया है.
फडणवीस ने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार ने सिर्फ बदला चुकाने में लगी रही. इस दौरान अघोषित आपातकाल लगा रहा लेकिन, अब सत्ता परिवर्तन से महाराष्ट्र की जनता ने राहत की सांस ली है. पिछली सरकार भगवान के भरोसे चल रही थी.यह सत्ता के लिए परिवर्तन नहीं है, प्रगति के कार्यक्रम ठप हैं, हमने पहले दिन से ही मन में गांठ बांध लिया था कि इस सरकार को एक दिन भी चैन से सोने नहीं दूंगा. कई कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामले दर्ज किए गए. फडणवीस ने इस लहजे में कहा कि “मेरी हिम्मत को परखने की कोशिश भी मत करना, कई तूफानों को पहले पार कर चुका हुआ हूं”. राज्य में पहली बार 50 विधायक सत्ता छोड़कर विपक्ष में शामिल हो गए. फडणवीस ने ठाकरे की शिवसेना पर जम कर चौतरफा हमला किया.
देवेंद्र ने कहा कि हमने महाराष्ट्र में सत्ता का गढ़ जीत लिया है. मोदी जी ने जो विकास शुरू किया है, विकास का वह रथ पिछले ढाई साल से रुका हुआ था. यह अब फिर से शुरू हो गया है. महाराष्ट्र के 12 करोड़ लोग चाहते थे कि राज्य में बदलाव होना चाहिए. बालासाहेब का एक सच्चा शिवसैनिक कभी हिंदू धर्म से समझौता नहीं करेगा. एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री पद देने का निर्णय अचानक नहीं लिया गया. यह पहले से निर्धारित था.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना हमारे साथ विश्वासघात किया है. असली शिवसेना एकनाथ शिंदे की है. मैं खुद गवाह हूं कि उद्धव ठाकरे से कोई वादा नहीं किया गया था. प्रधानमंत्री मोदी अमित भाई कह रहे थे कि देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में चुनाव हो रहा है. अपने गठबंधन के दौरान हमने सभी बागी उम्मीदवारों को वापस ले लिया था. लेकिन एनसीपी और शिवसेना ने पहले ही फैसला कर लिया था. इसलिए उनके द्वारा व्यक्त किए गए बयानों से सभी रास्ते खुले हैं. “मैं उन्हें बार-बार फोन कर रहा था. लेकिन वे हमारा फोन नहीं उठा रहे थे.
फडणवीस ने कहा कि नई सरकार आते ही कई निर्णय लिए हैं. पेट्रोल डीजल के दाम घटाए, औरंगाबाद का नाम संभाजी नगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव किया, नवी मुंबई हवाई अड्डे का नाम दि बा पाटिल पर रखा. स्वच्छ महाराष्ट्र के लिए 12 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान किया. गणेशोत्सव, दहीहंडी पर लगे प्रतिबंध हटाए, समुद्र में बह जाने वाले गोदावरी नदी का पानी मोड़ने के लिए निविदा निकाला और आरे कारशेड प्रतिबंध हटाया, वारकरी के टोल मुक्त किया है=