Breaking Newsमहाराष्ट्रमुंबईस्वास्थ्य

मुंबई के झोलाछाप डॉक्टरों की बंद होगी दुकान

एचबीटी आरोग्य केंद्र में बीएमसी करेगी नागरिकों का मुफ्त इलाज

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. मुंबई महानगर पालिका आगामी समय में अपने हिंदू हृदय सम्राट बाला साहेब ठाकरे 401 आरोग्य केंद्रों पर मुंबईकरों को नि: शुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने वाली है. बीएमसी के इस निर्णय से मुंबई की झोपड़पट्टियों में फैले झोलाछाप डॉक्टरों (Shop of Untraind Doctors of Mumbai Will be Closed) की दुकान बंद हो जाएगी. बीएमसी के अतिरिक्त आयुक्त संजीव कुमार ने बताया का बीएमसी 15 अगस्त से स्वर्गीय बाला साहेब ठाकरे स्वास्थ्य योजना के तहत मुंबई की झोपडपट्टियों में नगारिकों को मुफ्त इलाज की सुविधा मुहैया कराएगी.

मुंबई में ऐसे 401 हिंदू ह्दय सम्राट आरोग्य केंद्र शुरु करने की योजना पर तेजी से अमल किया जा रहा है. बीएमसी के स्वास्थ्य केंद्रों के लिए  पैरामेडिकल स्टाफ, डॉक्टर्स और नर्सेस की नियुक्ति की जा रही है. अब तक 250 डॉक्टर्स के आवेदन प्राप्त हुए हैं. एचबीटी सेंटर्स को मुंबई के गरीब तबके खासकर नौकरीपेशा, जिनके पास समय का आभाव रहता है उनके लिए फायदेमंद साबित होगा. यह दवाखाना दो शिफ्ट में शुरु किया जाएगा. सुबह 7 बजे से रात 11 बजे तक चलेगा. नौकरीपेशा लोगों को सुबह या शाम जब भी वक्त मिलेगा यहां अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकते हैं. मनपा के स्वास्थ्य केंद्रों में बिना एक रुपया खर्च किए और  रजिस्ट्रेशन एवं कतार की झंझट से मुक्त एमबीबीएस डॉक्टर इलाज करेंगे, इलाज के साथ मरीजों को दवाएं भी मुफ्त दी जाएंगी. वरिष्ठ डॉक्टर से संपर्क के लिए पोटा केबल की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी.

डॉ संजीव कुमार ने “इनसाइट न्यूज स्टोरी” को बताया कि मुंबई के स्लम इलाकों में अधिकतर बीएएमएस अथवा अप्रशिक्षित लोग दवाखाना खोल कर बैठे हैं. लोग उनके पास इलाज के लिए जाते हैं. ऐसे झोलाछाप डॉक्टर के पास सही इलाज की जानकारी नहीं होती है,जिससे मरीज की तबीयत और बिगड़ जाती है. लोगों को पैसे भी खर्च करने पड़ते हैं. बीएमसी के स्वास्थ्य केंद्रों पर एमबीबीएस डॉक्टर्स एवं प्रशिक्षित पैरामेडिकल स्टॉफ तैनात रहेंगे इससे लोगों को सही इलाज के साथ उनका पैसा भी बचेगा.

बीएमसी अस्पतालों में बढ़ेंगे 2 हजार बेड

डॉ संजीव कुमार ने बताया कि बीएमसी  के प्रमुख अस्पतालों में मरीजों की भीड़ को देखते हुए बीएमसी अपने 8 अस्पतालों का पुनर्निर्माण करा रही है. इसमें गोवंडी का शताब्दी अस्पताल, मुलुंड का एम.टी अग्रवाल, दहिसर और बांद्रा भाभा अस्पताल का काम चल रहा है. अगले 6 महीनों में यह अस्पताल पूरी तरह से मरीजों के इलाज के तैयार होंगे. अस्पतालों में सुविधाएं भी बढ़ जाएंगी. इसके अलावा नायर अस्पताल सहित तीन अस्पताल के पुनर्निर्माण के लिए निविदा जारी की जा रही है. कोरोना संकट के कारण मुंबई में बेड की संख्या कम पड़ गई थी. इसलिए अस्पतालों के पुनर्निर्माण की आवश्यकता महसूस हुई. इन अस्पतालों के पुनर्निर्माण के बाद मुंबई में 2000 बेड भी बढ जाएंगे.   इसके अलावा जंबो सेंटरों को बंद करने पर वहां रखे गए बेड एवं दूसरे उपकरण भी मनपा अस्पतालों को उपलब्ध करा दिए जाएंगे.

Related Articles

Back to top button