GST को दिया 48 करोड़ का फर्जी बिल, 7.70 करोड़ का लिया इनपुट टैक्स क्रेडिट
विवांता कंपनी का मालिक इम्तियाज गिरफ्तार

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. महाराष्ट्र वस्तु एवं सेवा कर विभाग (GST) ने 48 करोड़ रुपए का फर्जी बिल देने वाले विवांता कंपनी के मालिक इम्तियाज अब्दुल रहमान सैय्यद को गिरफ्तार किया है. जीएसटी विभाग के ज्वाइंट कमिश्नर सी वान्मथी के मार्गदर्शन में यह कार्रवाई की गई. जीएसटी अधिकारी के अनुसार इतने बड़े पैमाने पर फर्जी बिल देने का संदेह होने पर मेसर्स विवांता मेटल कॉरपोरेशन पर विभाग ने विशेष जांच लगाई थी. गहनता से जांच करने पर चीता कैंप मानखुर्द निवासी मेसर्स विवांता मेटल कॉरपोरेशन के मालिक इम्तियाज अब्दुल रहमान सैयद को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जीएसटी के सहायक आयुक्त ॠषिकेश वाघ के अनुसार किसी भी वस्तु की न तो खरीदी की गई और न ही उसकी बिक्री की गई फिर भी 48 करोड़ रुपए फर्जी बिल के आधार पर लगभग 8.70 करोड़ रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल किया गया. वाघ ने कहा कि इसी तरह इम्तियाज रहमान ने अन्य कंपनियों को भी 9 करोड़ का बिल जारी किया था. जिन कंपनियों को फर्जी बिल जारी किया गया उन कंपनियों का कोई अस्तित्व ही नहीं है. फर्जी कंपनियों के नाम फर्जी बिल जीएसटी विभाग को देकर करोड़ों रुपए का इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल करने का अपने आप में पहला मामला है. फर्जी कंपनियों के उनके नाम पर बिल लेकर टैक्स भरने से बचने का प्रयास करना कानूनन जुर्म है.
जीएसटी अधिकारियों ने इम्तियाज रहमान को गिरफ्तार कोर्ट में पेश किया जहां उसे 14 दिनों की हिरासत में भेज दिया गया है. जीएसटी की प्रमुख व ज्वाईंट कमिश्नर सी वान्मथी के मार्गदर्शन में सहायक जीएसटी आयुक्त ऋषिकेश वाघ, रामचंद्र मेश्राम, सुजाता पाटिल एवं अन्य अधिकारियों ने यह कार्रवाई की है.




