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कोरोना मरीजों का फर्जी आरटीपीसीआर रिपोर्ट घोटाला

कामोठे स्वास्थ्य केंद्र के कर्मचारी बर्खास्त

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Panvel Municipal Corporation: पनवेल. पनवेल नगर निगम के कामोठे नागरिक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से कोरोना आरटीपीसीआर टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट पेश किए जाने से हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है.  नगर निगम ने स्वास्थ्य केंद्र अधिकारी, लैब टेक्नीशियन व मेडिसिन डिस्पेंसर को बर्खास्त कर दिया है.
  पनवेल नगर निगम क्षेत्र में कोरोना मरीजों की संख्या नियंत्रण में है. हालांकि कामोठे शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र में मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. इस पर संदेह जताते हुए पूर्व पार्षद डॉ. अरुण कुमार भगत ने कामोठे में बढ़ते मरीजों पर सवाल उठाए थे. नगर निगम के कोरोना संक्रमित मरीजों की सूची में शामिल मरीजों का नाम व संपर्क नंबर पता तलाशने के बाद सेक्टर 11 अंबर रेस्टोरेंट, सेक्टर 21 भाजी मंडई में जाने पर पता चला कि मरीजों की जानकारी झूठी है.  पूरी घटना का पता तब चला जब कामोठे नागरिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधिकारी डॉ अमेय राठौड़ से पूछताछ की गई.
  पता चला है कि स्वास्थ्य केंद्र से एक व्यक्ति के 70 सैंपल आरटीपीसीआर जांच के लिए भेजे गए हैं  चूंकि कुल मरीजों में से लगभग 75 प्रतिशत मरीज कमोठे क्षेत्र के हैं, इसलिए संदेह बढ़ता गया और इस कारण मामले की जांच के बाद पता चला कि कोरोना की झूठी रिपोर्ट नगर पालिका को दी जा रही है. कोरोना काल में पनवेल महानगर पालिका प्राइवेट लैब के साथ जांच के लिए करार किया था. कामोठे स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों ने प्राइवेट लैब से सांठगांठ कर फर्जी रिपोर्ट बना कर पनवेल नगर निगम से पैसे दिलवाए. कमिशन के चक्कर में अब नौकरी से हाथ धोना पड़ा.

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