बड़ी खबर,अजीत पवार ने शरद पवार को एनसीपी प्रमुख पद से हटाया, दोनों गुटों की बैठक के बाद तेज हुए हमले

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भतीजे अजीत पवार की बगावत और उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के साथ पार्टी और चुनाव चिन्ह पर दावा किया था. आज दोनों गुटों की अलग अलग बैठक हुई. बैठक के बाद अजीत पवार गुट की तरफ पहला बड़ा कदम उठाया गया है. अजीत ने चाचा शरद पवार को एनसीपी प्रमुख पद से हटा दिया. (Ajit Pawar removed Sharad Pawar from the post of NCP chief, attacks intensified after the meeting of both the factions)
बैठक में अजीत पवार ने अपना लक्ष्य भी महाराष्ट्र की जनता के सामने रख दिया. उन्होंने कहा कि मैं पांच बार उपमुख्यमंत्री बना,अब इससे आगे बढ़ने की बारी है. मुझे भी मुख्यमंत्री बनना है. उन्होंने अब तक शरद पवार द्वारा अन्याय किए जाने का भी जिक्र किया कि कैसे उनका बार बार राजनीतिक हथकंडे के तौर पर उपयोग कर मान मर्दन किया गया. अजीत ने कहा कि आपकी उम्र हो गई है. अब बैठ कर मार्गदर्शन करें.
उधर शरद पवार ने भी पार्टी को फिर से खड़ा करने की ठानी है. उन्होंने अपने गुट के कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि पार्टी का चुनाव चिन्ह न गया है और ना जाने दूंगा. पवार की पुत्री सुप्रिया सुले ने भाजपा पर कहा कि भाजपा के नेता कहते थे न खाऊंगा और न खाने दूंगा लेकिन वे एनसीपी ही खा गए.
इस बीच एनसीपी के 52 विधायकों में अजीत पवार के साथ 32 विधायक हैं जबकि शरद पवार के साथ 18 विधायक हैं. चाचा को पार्टी प्रमुख पद से हटाने के बाद यह तय हो गया है कि अब पार्टी पर कब्जे को लेकर शिवसेना की तरह लड़ाई कोर्ट और विधानसभा अध्यक्ष के यहां लड़ी जाएगी. बीरबल की खिचड़ी की तरह इस पर फैसला कब होगा यह कहना असंभव हो गया है.




