गणेश विसर्जन में डीजे की आवाज से बढ़ा ध्वनि प्रदूषण
प्रतिबंध के बावजूद डीजे के इस्तेमाल से नाराजगी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. कोविड के कारण गणेशोत्सव 2 वर्ष प्रतिबंध के बीच मनाया गया था. इस वर्ष राज्य सरकार (Noise pollution increased due to the sound of DJ in Ganesh Visarjan) गणेशोत्सव को प्रतिबंध मुक्त कर दिया था. इसलिए गणेशोत्सव भी धूमधाम से मनाया गया. हालांकि विसर्जन यात्रा के दौरान ‘ बैंजो ‘ और डीजे की तेज आवाज से ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ गया. सबसे ज्यादा ध्वनि प्रदूषण अपेरा हाऊस में दर्ज किया गया. आवाज फाउंडेशन की प्रमुख सुमैरा अब्दुलाली ने कहा कि ओपेरा हाउस विभाग में 120.2 डेसिबल शोर दर्ज किया गया. उन्होंने चिंता व्यक्त कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष अधिक ध्वनि प्रदूषण रहा.
इस वर्ष गणेश भक्तों ने बड़ी धूमधाम से गणेशोत्सव मनाया.विभिन्न स्थानों पर जाकर गणेश जी के दर्शन किए. गणेश भक्तों का उत्साह देखकर मंडलों का उत्साह भी दोगुना हो गया था. हालांकि 10वें दिन बप्पा के विसर्जन समारोह के लिए गणेश मंडलों की ओर से बड़े पैमाने पर जुलूस निकाले गए. ढोल , ताशे , नगाड़े और बैंजो जैसे वाद्य यंत्रों का व्यापक रूप से उपयोग किया गया, साथ ही ड्रम , बैंजो , लाउड स्पीकर , डीजे पर प्रतिबंध के बावजूद कुछ विसर्जन यात्रा में स्वतंत्र रूप से उपयोग किया गया. चूंकि राज्य सरकार ने इस वर्ष गणेशोत्सव उत्सव को प्रतिबंधों से मुक्त करने का निर्णय लिया है, इसलिए विसर्जन यात्रा में अधिक धूमधाम से मनाने पर जोर दिया गया.
अब्दुल्लाली ने तुरंत मुंबई पुलिस के ट्विटर हैंडल पर हैंडल से शिकायत की कि ओपेरा हाउस में शोर का स्तर 120.2 डीबी दर्ज किया गया. उन्होंने कहा कि पुलिस से शिकायत के बाद शोर कम हो गया.
मुंबई के विभिन्न स्थानों पर विसर्जन के दौरान ज्यादा ध्वनि प्रदूषण दर्ज की गई उनमें अपेरा हाऊस 120.2 डेसिबल, शास्त्री नगर – 118 डेसिबल, गिरगांव – 106.9 डेसिबल, वर्ली – 105 डेसिबल, लिंकिंग रोड – 101डेसिबल, जूहू तारा रोड – 101डेसिबल, माटुंगा – 103 डेसिबल, शिवाजी पार्क – 99 डेसिबल, पेडर रोड – 98 डेसिबल, कफ परेड – 98 डेसिबल ध्वनि प्रदूषण दर्ज किया गया जो तय मानक से अधिक था.