महाराष्ट्रमुंबई

मनपा से कांग्रेस की खत्म होगी भाईगीरी

विधानपरिषद में भाजपा और शिवसेना की एक-एक सीट पक्की

भाजपा का पहली बार मनपा से बनेगा विधानपरिषद  में  सदस्य
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. कांग्रेस में भाईगीरी  चलाने वाले मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप की  विधानपरिषद सदस्यता अब खत्म होगी. भाजपा द्वारा 2017 में मनपा चुनाव में अकेले चुनाव लड़ने का फायदा अब दिखाई दे रहा है. मनपा से पहली बार भाजपा का कोई व्यक्ति चयनित होकर विधानपरिषद का सदस्य  बनेगा.  कांग्रेस का अब मनपा से कोई भी विधानपरिषद सदस्य नहीं हो पायेगा जिसका मुख्यकारण मनपा में कांग्रेस की सिकुड़ती संख्या है. मनपा से चुनकर विधानपरिषद में जाने के लिए 77 वोट की जरूरत होती है.  शिवसेना और भाजपा के पास 77 नगरसेवक से अधिक होने के कारण दोनों ही पार्टियों का एक-एक विधानपरिषद  सदस्य चुनकर आयेंगे. मनपा से भाई जगताप के अलावा रामदास कदम को भी शिवसेना द्वारा उम्मीदवारी न देने से मनपा से भाईगीरी पूरी तरह  खत्म हो जाएगी.
चुनाव आयोग ने मंगलवार को मुंबई मनपा सहित  6 विधानपरिषद के रिक्त होने वाले पदों को लेकर चुनाव की घोषणा कर दी है. रिक्त हुए पदों पर 10 दिसंबर को चुनाव होना है. मुंबई में मनपा के फरवरी 2017 में हुए चुनाव में सदस्यों की संख्या के अनुसार मनपा से इस बार शिवसेना का एक और भाजपा का एक सदस्य जाना निश्चित है. शिवसेना और भाजपा दोनों ही पार्टियों की सदस्य संख्या जीत के लिए लगने वाले  77 सदस्यों की संख्या से अधिक है. मनपा में 2017 के पहले पिछले 25 सालों से भाजपा और शिवसेना एक साथ चुनाव लड़ने के कारण भाजपा की  सदस्य संख्या कभी भी इतनी नहीं  थी कि  उनका कोई सदस्य विधानपरिषद में चुनकर जा सके. इसका फायदा हर समय कांग्रेस को मिलता रहा. कांग्रेस की सदस्यों की संख्या 77 से कम होने के बावजूद अन्य विपक्षी दलों के सहयोग से एक विधानपरिषद सदस्य चुनकर जाता रहा है. इस बार यह चित्र बदलने वाला है.
भाजपा से चित्रा वाघ के नाम की चर्चा
विधानपरिषद के सदस्य का चुनाव 10 दिसंबर को होना है. भाजपा पहली बार मनपा से  मिली विधान परिषद की सीट के चुनाव में एक तीर से दो निशाना साधने की तैयारी की है. भाजपा सूत्रों की माने तो भाजपा की नेता चित्रा वाघ का नाम विधानपरिषद के लिए तय माना जा रहा है. भाजपा महिला और एक  मराठी को  अपना उम्मीदवार देकर उन पर सिर्फ हिंदी भाषी का साथ होने का लग रहे आरोप को दूर करना चाह रही है. मुंबई में परप्रांतियों की संख्या अधिक होने की बात आगे कर हर समय भाजपा पर आरोप मढ़ा जाता है कि भाजपा मुंबई में सिर्फ परप्रांतियो को आगे बढ़ाती है. शिवसेना अभी तक यह नहीं तय कर पा रही है कि किसे विधानपरिषद में भेजा जाए. शिवसेना की ओर से सचिन अहिर सुनील शिंदे सहित राहुलकनल और शिवसेना युवा नेता वरुण सरदेसाई के नामों की चर्चा है. शिवसेना की ओर से यह तो तय है कि रामदास कदम को इस बार उम्मीदवारी नहीं दी जाएगी.
मनपा नगरसेवकों  की संख्या
शिवसेना  97
भाजपा   81
कांग्रेस 29
राष्ट्रवादी 8
समाजवादी पार्टी 6
एम आय एम 2
मनसे  1
भाजपा के 2 नगरसेवकों  की मृत्यु हो जाने से स्थान रिक्त  है.
राष्ट्रवादी के एक नगरसेवक का मामला कोर्ट में लंबित है. कुल मिलाकर 3 नगरसेवक का पद खाली पड़ा है.

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