राज्य में स्कूलों और कॉलेजों के बाहर युवाओं को ई-सिगरेट, शराब और पान गुटखा से बचाएं – राज्य भर से सरकार को ईमेल
मुख्यमंत्री से मुलाकात कर भीम आर्मी ने की कार्रवाई की मांग

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई समेत राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में किशोर और युवा छात्र विभिन्न व्यसनों में लिप्त हो रहे हैं. युवा जो देश का भविष्य हैं, (Protect youth from e-cigarettes, liquor and paan gutkha outside schools and colleges) को बचाने के लिए पूरे राज्य से मांग की जा रही है कि स्कूलों और कॉलेजों के पास शराब और पान गुटखा की दुकानों को हटाएं. एक नोटबुक एक पेन अभियान, शराबबंदी पर काम कर रहे, महिला संघ, पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी और विभिन्न पार्टी संगठनों और शिक्षकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और साथ ही राज्य के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर बंद कराने की मांग की है.
सिगरेट पान, शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है. इससे आपको कैंसर, लीवर खराब होना और अन्य गंभीर बीमारियां होती हैं. सिगरेट के हर पैकेट पर चेतावनी पढ़ने के बावजूद सिगरेट पीने वाले, पान गुटके खाने वाले और शराब पीने की संख्या काम नहीं हो रही है.सरकार ने 100 मीटर के दायरे में सार्वजनिक स्थानों के साथ-साथ पूजा स्थलों, स्कूलों और कॉलेजों में धूम्रपान, तंबाकू और शराब पर प्रतिबंध लगा रखा है. कुछ जगहों पर स्मोकिंग जोन भी बनाया गया है. दुर्भाग्य से इन सिगरेटों की जगह अब “ई-सिगरेट” ने ले ली है. हालांकि वेब सिगरेट नाम नया नहीं है, लेकिन कई स्कूलों और कॉलेज परिसरों ने वेब की इस लहर को देखा जा रहा है. इन वेब सिगरेट की कीमत 750 रुपए से लेकर 5 हजार रुपए तक है, यह सभी स्कूल परिसर के पास आसानी से उपलब्ध है.
भीम आर्मी के अशोक कांबले,सीताराम गंगावणे, अस्तित्व संगठन के प्रेमलताताई सोनोने, भीमेश मुतुला , वरिष्ठ पत्रकार राजू झनके और पीपुल्स रिपब्लिकन पार्टी के राजेश जाधव रिपब्लिकन पार्टी ने इस बात पर खेद व्यक्त किया है कि छात्र इसकी ओर आकर्षित हो रहे हैं. भीम आर्मी के अशोक कांबले ने अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और उन्हें अपनी मांग से अवगत कराया.
स्कूल-कॉलेजों की प्रतिष्ठा के मामले में पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं होती और इसके पीछे के रैकेट के चलते डर के मारे इसकी जांच तक नहीं की जाती. ऐसे कई मामले दबा दिए जाते हैं.
भारतीय कानून इस प्रकार के सिगरेट पान गुटके के उपयोग और बिक्री पर प्रतिबंध लगाता है, हालांकि, इस व्यवसाय में शामिल लोग हमारे पब्लिक स्कूलों, कॉलेजों के बाहर पान की दुकानों और गली-नुक्कड़ पर मौजूद हैं. दुर्भाग्य से युवा इस लत में शामिल हो रहे हैं.
यदि हम इस युवा पीढ़ी को बचाना चाहते हैं, जो हमारे देश का भविष्य है, तो सरकारी सर्कुलर के अनुसार, तंबाकू और शराब बेचने वाली दुकानों को नष्ट करके उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए, पान की दुकानों, पान मसाला, गुटखा और ई-सिगरेट जिन स्कूल-कॉलेजों और उसके आसपास की दुकानों में बचे जा रहे हैं, उसे बंद किया जाय. इस तरह की मांग मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक से की है.