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मुंबई में आदित्य ठाकरे को लगा सबसे बड़ा झटका

वर्ली में कोली समाज के 500 लोग शिंदे गुट में शामिल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई सहित महाराष्ट्र की सत्ता हाथ से छिन जाने के बाद उद्धव ठाकरे को (Aaditya Thackeray got the biggest setback in Mumbai) अपनी पार्टी बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है. मुंबई कोस्टल रोड से नाराज वर्ली कोली समाज के 500 लोग आदित्य का साथ छोड़ शिंदे गुट में शामिल हो गए हैं. वहीं मुंबई में मजबूत कही जाने वाली शिवसेना के आधे नगरसेवकों के भी जल्द ही पाला बदलने की खबर है.
 
 वर्ली विधानसभा से चुन कर आए आदित्य ठाकरे पर आरोप है कि उन्होंने कोस्टल रोड बनाने के लिए स्थानीय कोली समाज की विभिन्न मांगों को नजरंदाज किया है. कोली समाज के लोग शुरु से ही कोस्टल रोड बनाने का विरोध कर रहे थे. आरोप है कि सत्ता के मद में चूर आदित्य ठाकरे ने उनको मिलने का समय नहीं दिया. कोली समाज के लोगों का कहना है कि हम पिछले चार सालों में ठाकरे परिवार से मिलने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन उन्होंने हमें समय दिया. इससे नाराज कोली समाज अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ चला गया है. उनका कहना है कि शिंदे उनकी बातों को सुनेंगे.
 
आज सुबह ही कोली समाज के 500 लोग मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सरकारी आवास वर्षा बंगले पर जमा हुए थे. एकनाथ शिंदे के साथ बैठक के बाद सभी लोग शिंदे गुट में शामिल हो गए. यह आदित्य ठाकरे के लिए सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है. कोली समाज के लोगों का साथ छूटने से विधानसभा चुनाव में आदित्य ठाकरे के लिए मुश्किल तो होगी ही, वर्षों से शिवसेना के साथ रहे इस समाज के छिटक जाने से मनपा की कई सीटें भी हाथ से निकल जाएंगी.  
    आधे नगरसेवक भी बदल सकते हैं पाला
 शिवसेना में विद्रोह का असर पूरे राज्य में दिखा. मुंबई के भी एक सांसद और पांच विधायक और तीन नगरसेवक शिंदे गुट के साथ चले गए थे. लेकिन मुंबई में शिंदे, उद्धव को अधिक नुकसान नहीं पहुंचा पाए थे. अब खबर है कि उद्धव गुट के 97 नगरसेवकों में आधे नगरसेवक भी पाला बदलने के लिए तैयार बैठे हैं. वे चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार कर रहे हैं. यदि धनुष बाण का फैसला शिंदे गुट के पक्ष में आता है नगरसेवक पाला बदलकर शिंदे के साथ चले जाएंगे. पिछले सप्ताह घाटकोपर शिवसेना के पूर्व नगरसेवक परमेश्वर कदम शिंदे गुट में शामिल हुए थे. आने वाला समय शिवसेना के लिए और परेशानी का सबब बन सकता है.

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