शक्ति के बिना शांति नहीं , बार्डर से प्रधानमंत्री की दुश्मनों को चेतावनी
नरेंद्र मोदी ने सैनिकों के साथ मनाई दिवाली

पाकिस्तान की सीमा पर चौथी बार दिवाली मनाने के लिए सोमवार की सुबह कारगिल पहुंचे प्रधान मंत्री ने जवानों के संग वंदेमातरम गीत गाकर उनमें जोश भरा. प्रधान मंत्री ने जवानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि दिवाली का अर्थ है ‘आतंक के अंत का त्योहार’ और कारगिल ने इसे संभव बनाया. पाकिस्तान के साथ हर युद्ध में कारगिल ने जीत का झंडा फहराया है.
यूक्रेन युद्ध के दौरान हमारा राष्ट्रीय ध्वज वहां फंसे हमारे नागरिकों के लिए एक ढाल बन गया. उन्होंने कहा कि दुनिया भर में भारत का सम्मान बढ़ा है. ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि भारत अपने आंतरिक और बाह्य दुश्मनों के खिलाफ सफलतापूर्वक खड़ा है.
प्रधान मंत्री ने जवानों से कहा कि जैसे आप सभी सरहदों पर हमारी रक्षा कर रहे हैं, वैसे ही हम देश के भीतर आतंकवाद, नक्सलवाद और भ्रष्टाचार जैसी बुराइयों से लड़ने के लिए काम कर रहे हैं. ‘नक्सलवाद’ ने देश के एक बड़े हिस्से को अपनी गिरफ्त में ले लिया था लेकिन आज वह तेजी से कम हो रहा है. ऐसा इसलिए है, क्योंकि सशस्त्र बल हमारी सीमा की रक्षा कर रहे हैं, जिससे भारत का प्रत्येक नागरिक चैन की नींद सोता है. मैं भारत के सशस्त्र बलों की भावना को नमन करता हूं, क्योंकि आपके बलिदान ने हमारे देश को हमेशा गौरवान्वित किया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सशस्त्र बलों की सराहना करता हूं, जिन्होंने तय किया है कि 400 से अधिक प्रकार के रक्षा उपकरण आयात नहीं किए जाएंगे, बल्कि भारत में बनाए जाएंगे. जब हमारे जवान भारत में बने हथियारों से लडेंगे, तो उन्हें दुश्मन को हराने में गर्व महसूस होगा. हम सीमावर्ती क्षेत्रों में निर्बाध कनेक्टिविटी के साथ हाईटेक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहे हैं. महिला अधिकारियों को शामिल करने से हमारी शक्ति का विकास होगा.