महाराष्ट्र में मंत्री के बयान पर बवाल/घर, कार्यालय पर हमला
अब मांगी माफी, हमने नहीं किया किसी महिला का अपमान

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई.एनसीपी नेता सांसद सुप्रिया सुले (Supriya Sule) को लेकर (Ruckus on minister’s statement in Maharashtra) / कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार (Abdul Sattar) के आपत्तिजनक बयान के बाद महाराष्ट्र में बवाल मच गया है. इस बयान के विरोध में एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने अब्दुल सत्तार के आवास और कार्यालय पर विरोध प्रदर्शन करते हुए हमला कर दिया. इस दौरान अब्दुल सत्तार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई. महाराष्ट्र में एनसीपी कार्यकर्ता मंत्री से मांफी मांगने पर अड़े हुए हैं. आक्रामक कार्यकर्ताओं ने सत्तार के घर पर राकांपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया. इस पथराव में उनके घर के शीशे टूट गए हैं. हालांकि बवाल के बाद मंत्री ने माफी मांग ली है.
इस मौके पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की महिला प्रदेश अध्यक्ष विद्या चव्हाण भी मौजूद रहीं इस बीच राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता महेश तपासे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर अब्दुल सत्तार को 24 घंटे के भीतर कैबिनेट से बाहर करने की चेतावनी दी है.
राकांपा के प्रदेश प्रमुख प्रवक्ता महेश तपासे ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को लिखे पत्र में राकांपा नेता सांसद सुप्रियाताई सुले के बारे में आपत्तिजनक बयान देने पर 24 घंटे के भीतर मंत्री अब्दुल सत्तार को कैबिनेट से निष्कासित करने की चेतावनी दी है.
तपासे ने कहा कि महाराष्ट्र राज्य की राजनीतिक संस्कृति का एक सूत्र विपक्षी दल और सत्ताधारी दल के बीच कई वर्षों से संरक्षित है. इसमें विपक्षी दल और सत्ताधारी दल ने राजनीति से परे जाकर कई वर्षों तक सद्भाव का माहौल बनाए रखा है. इस मामले में अपनी कैबिनेट में मंत्री अब्दुल सत्तार का एनसीपी नेता सांसद सुप्रिया सुले को लेकर दिया गया बयान बेहद अशोभनीय और असभ्य है. महेश तपासे ने इसकी कड़ी निंदा की है.
निर्वाणी ने चेतावनी दी है कि सांसद सुप्रिया सुले का अपमान राज्य की सभी महिलाओं का अपमान है, इसलिए अब्दुल सत्तार को तुरंत निष्कासित किया जाना चाहिए नहीं तो एनसीपी के क्रोध का सामना करना पड़ेगा.
महाराष्ट्र में कोई हलचल नहीं हुई. मैं अपनी बात पर कायम हूं जो हमें खोखा लेने के लिए बदनाम कर रहा है, वह भिखारी×× है. यह कोई भी होगा. अगर कोई इस तरह के शब्दों में आलोचना करता है तो मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं. मंत्री अब्दुल सत्तार ने कहा कि जो भी कह रहा हूं सत्य है. आप किसी व्यक्ति का नाम क्यों लेते हैं? हमने यह बात सभी के लिए कही थी.
हालांकि पार्टी नेताओं की फटकार के बाद अब्दुल सत्तार ने माफी मांग ली है. सत्तार ने कहा कि मैंने किसी महिला का अपमान नहीं किया है. यह हमारी संस्कृति नहीं है. हमारे बयान में सुप्रीम सुले के खिलाफ अपशब्द का प्रयोग नहीं है. फिर भी किसी महिला की भावना आहत हुई तो मैं क्षमा मांगता हूं.