मुंबई में बढ़ा खसरे का खतरा/तीन बच्चों की मौत
एक्शन में केंद्र सरकार तीन सदस्यीय टीम भेजने का निर्णय

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई.मुंबई में खसरे से तीन बच्चों की मौत (Risk of measles increased in Mumbai death of three children) और बढ़ रहे खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार का स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय भी एक्टिव हो गया है. केंद्र सरकार ने तीन अधिकारियों की टीम भेजने का निर्णय लिया है, जो खसरे का आंकलन और प्रबंधन करने बीएमसी का सहयोग करेगा.
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने मुंबई शहर में खसरे के मामलों में वृद्धि का जायजा लेने के लिए मुंबई में एक उच्च स्तरीय बहु-अनुशासनात्मक टीम भेजने का निर्णय लिया है. यह टीम सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को स्थापित करने में बीएमसी स्वास्थ्य अधिकारियों की सहायता करेगी और आवश्यक नियंत्रण और रोकथाम उपायों के संचालन की सुविधा प्रदान करेगी.
मुंबई के लिए 3 सदस्यीय केंद्रीय टीम में राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), नई दिल्ली, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज (LHMC), नई दिल्ली और क्षेत्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण कार्यालय, पुणे, महाराष्ट्र के विशेषज्ञ शामिल हैं. टीम का नेतृत्व डॉ. अनुभव श्रीवास्तव, उप निदेशक, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (IDSP) कर रहे हैं.
टीम प्रकोप की जांच के लिए क्षेत्र का दौरा भी करेगी और मुंबई में रिपोर्ट किए जा रहे खसरे के बढ़ते मामलों के प्रबंधन के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों, प्रबंधन दिशानिर्देशों और प्रोटोकॉल के संदर्भ में राज्य के स्वास्थ्य विभागों की सहायता करेगी.
मुंबई के विभिन्न इलाकों में खसरे से पीड़ित 90 मरीजों की पुष्टि हुई है. एम पूर्व विभाग के गोवंडी के रफीक नगर में पिछले महीने 27 तारीख को तीन बच्चों की मौत की पुष्टि होने के बाद बीएमसी ने लोगों से टीका करण कराने की सलाह दी है. मुंबई में खसरे के 90 मरीज मिलने से बीएमसी अधिकारी पुष्टि कर चुके हैं.
बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी डॉ. मंगला गोमारे ने आज बताया कि मुंबई के विभिन्न इलाकों में अलग-अलग खसरे के छिटपुट मरीज मिलते रहे हैं. गोवंडी में एक ही परिवार के तीन बच्चों की मौत हो गई.
गोमारे ने बताया कि एक परिवार के 10 बच्चों में तीन खसरे से पीड़ित हो गए थे. जिसमें से तीन पुरुष बच्चों में खसरे का लक्षण दिखने के बाद परिवार उनको निजी दवाखाना में इलाज के लिए ले गया था. तीन दिन के भीतर तीनों बच्चों की मौत हो गई थी. गोमारे ने कहा कि खसरे के लिए कोई विशेष इलाज नहीं है. मृत बच्चों में से किसी को भी खसरे की वैक्सीन नहीं लगाई गई थी. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जिन बच्चों को खसरे का टीका नहीं लगा है उन्हें बीएमसी स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर टीका लगवा लें.