किशोरी पेडणेकर ने कहा था पार्टी कार्यालय बंद रखो, बीएमसी कमिश्नर ने खोली पोल
बीएमसी के सभी पार्टी दफ्तर अब भी सील, आयुक्त से मिले भाजपा नेता

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई: बीएमसी मुख्यालय (BMC Headquarters) में शिवसेना पार्टी कार्यालय (Party’ Offices) पर कब्जा करने को लेकर शिंदे और ठाकरे गुट के बीच विवाद के बाद बीएमसी प्रशासन ने शिवसेना सहित सभी पार्टी कार्यालयों को सील कर दिया था. पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर ने हमें इस कार्यालय को बंद करने के लिए कहा था, इतना ही नहीं मनपा आयुक्त (BMC Commissioner) ने खुलासा किया कि कार्यालय बंद होने के बाद उन्होंने मैसेज भेजकर धन्यवाद भी दिया था.
मुंबई नगर निगम मुख्यालय में शिवसेना पार्टी के कार्यालय को शिंदे समूह द्वारा अपने कब्जे में लेने के प्रयास के बाद, ठाकरे गुट और शिंदे के नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी. इस घटना के बाद शिवसेना, बीजेपी, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी के कार्यालयों को सील कर दिया गया.
सोमवार को नगर निगम मुख्यालय में भाजपा के पूर्व गुट नेता प्रभाकर शिंदे, प्रवक्ता भालचंद्र शिरसट, पार्टी नेता विनोद मिश्रा के साथ भाजपा नगरसेवकों ने मुख्यालय स्थित अपने पार्टी कार्यालय के सामने बेंच पर बैठकर खुला पार्टी कार्यालय शुरू किया. भाजपा के पूर्व गुट नेता प्रभाकर शिंदे ने कहा कि चूंकि लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए कोई कार्यालय नहीं है, इसलिए वह पार्टी कार्यालय के बाहर बैठकर लोगों की समस्याओं का समाधान करेंगे.

भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने नगर निगम आयुक्त इकबाल सिंह चहल से मुलाकात कर पार्टी कार्यालय की सील हटाने की मांग की. करीब दस मिनट तक चली इस मुलाकात के दौरान मनपा आयुक्त ने कार्यालय बंद करने के राज का खुलासा कर दिया.आयुक्त ने कहा कि शिवसेना के पार्टी कार्यालय पर कब्जा करने के लिए विवाद के बाद, मेयर किशोरी पेडनेकर ने हमें रात 11 बजे शिवसेना सहित सभी पार्टी कार्यालयों को बंद करने के लिए कहा था. बाद में सुबह सभी पार्टी कार्यालयों को सील कर दिया गया.
आयुक्त ने भाजपा प्रतिनिधिमंडल को बताया कि महापौर ने उन्हें धन्यवाद एसएमएस भी भेजा है. इस खुलासे से शिवसैनिकों की भौंहें तन गई हैं. जहां एक ओर पूर्व मेयर ने पार्टी कार्यालय बंद करने को कहा, वहीं अगले दिन शिवसेना सांसद विनायक राउत सहित कुछ वरिष्ठ नगरसेवकों ने नगर निगम आयुक्त से मुलाकात कर कार्यालय खोलने का अनुरोध किया. लिहाजा साफ है कि पार्टी कार्यालय खुला रखा जाए या नहीं, इस पर शिवसेना में मतभेद है. गौरतलब हो कि कार्यालय सील होने के महापौर किशोरी पेडणेकर आयुक्त से मिलने बीएमसी मुख्यालय भी आईं थीं लेकिन आयुक्त ने उन्हें मिलने का समय नहीं दिया. पेडणेकर ने मीडिया से बातचीत में पार्टी कार्यालय सील करने को सही ठहराया था.




