
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 9वीं तक के विद्यार्थियों का एग्जाम ऑफलाइन कराए जाने का निर्णय बीएमसी ने लिया है. मुंबई में स्कूल खुलने के बाद अब परीक्षा भी ऑफलाइन लेने के इस निर्णय पर अभिभावकों ने दुविधा जताई है. मुंबई में कोरोना संक्रमण शुरु होने के साथ ही सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया था. पहली लहर खत्म होने के बाद पढ़ाई को ऑनलाइन कर दिया गया था. यही नहीं विद्यार्थियों की परीक्षा लिए बिना पास कर दिया गया था. लेकिन दूसरी तीसरी लहर भी नियंत्रित हो गई है इसलिए सभी स्कूलों को खोल दिया गया है. स्कूल खोले जाने के साथ ऑफलाइन परीक्षा लेने का निर्णय मनपा शिक्षा विभाग ने लिया है. शिक्षा विभाग का यह निर्णय बीएमसी स्कूलों सहित सभी स्कूलों पर लागू होगा.
बीएमसी के इस निर्णय पर अभिभावकों का कहना है कि कोविड के कारण लगे पहले लॉकडाउन के बाद से इस वर्ष 24 जनवरी से स्कूलों को खोल दिया गया है. लॉकडाउन के कारण सभी शिक्षा ऑनलाइन होने के कारण विद्यार्थियों की आदत बदल गई है. उसमें अब अगले महीने से परीक्षा शुरु होने जा रही है. जिसमें परीक्षा भी प्रत्यक्ष ली जाएगी. बच्चों की लिखने की आदत छूट चुकी है. बीएमसी को इस बारे में विचार कर निर्णय लेना चाहिए था. बीएमसी शिक्षणाधिकारी राजेश कंकाल का कहना है कि जो बच्चे ऑफलाइन पढ़ रहे हैं उन्हें ऑफलाइन परीक्षा देनी होगी लेकिन जो बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे वे ऑनलाइन परीक्षा दे सकते हैं.
स्कूलों में 60 फसदी बच्चों की उपस्थिति
बीएमसी के स्कूलों में 2 लाख 26 हजार बच्चे पढ़ रहे हैं जिसमें से 60 प्रतिशत विद्यार्थी प्रत्यक्ष तौर पर स्कूल आ रहे हैं. जबकि निजी विद्यालयों में कक्षा आठवीं तक लगभग 4 लाख विद्यार्थी हैं. इन सभी स्कूलों पर यह नियम लागू होगा.