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केईएम अस्पताल में एक और फर्जीवाडे का खुलासा
2500 रुपए में बनाया फर्जी मेडिकल सार्टिफिकेट, युवक को मिली मालाड में नौकरी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मरीजों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री सहायता राशि की धोखाधड़ी का खुलासा होने के बाद केईएम अस्पताल का एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है. (Another forgery revealed in KEM Hospital) अस्पताल में काम करने वाला कर्मचारी ने 2500 रुपए में केईएम अस्पताल का फर्जी मेडिकल सार्टिफिकेट बना कर मरीज को दिया जिसके आधार उसे मनपा के मालाड में नौकरी मिली. इस मामले का खुलासा होने के बाद अस्पताल की मेडिकल रिकॉर्ड टेक्नीशियन ने भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया है.
दरअसल केईएम के डेप्युटी डीन डॉ. चेतन कंथारिया और मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. संतोष सालाग्रे को फर्जी सार्टिफिकेट पर शक हुआ तो स्टाफ को बुला कर रोहित काशीनाथ श्रीवर्धनकर (24) के बारे में पूछताछ की थी. जिसके बाद इस फर्जी वाडा का खुलासा हुआ.
केईएम की मेडिकल रिकॉर्ड विभाग में कार्यरत सुरेखा कदम ने पुलिस को बताया कि 6 महीना पहले उसे रजिस्टर नंबर 16 में केस पेपर देने के लिए अनुबंध के आधार पर काम रखा गया था लेकिन लगातार अनुपस्थिति के कारण उसे काम से निकाल दिया था.
07 जनवरी 2022 को रोहित श्रीवर्धनकर मरीज दीपेश त्र्यंबक जाल्टे (22) की मां की मृत्यु के अनुकंपा के आधार पर मालाड में नौकरी दिलाने के लिए केईएम अस्पताल का फर्जी केस पेपर व फर्जी हस्ताक्षर, मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट बना कर दिया था. जिसके लिए 2500 रुपए लिए थे. यह फर्जीवाड़ा समझ में आने के बाद भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है. वसई का रहने वाला रोहित काशीनाथ श्रीवर्धनकर के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है. मामले की जांच पुलिस निरीक्षक जितेन्द्र पवार कर रहे हैं.
इससे पहले अस्पताल की ही सोनाली गायकवाड़ ने मरीजों को मिलने वाली पीएम,सीएम सहायता राशि में 61 लाख रुपए का गबन करने का मामला सामने आया था. केईएम अस्पताल में लगातार हो रहे फर्जीवाड़े से अस्पताल प्रशासन के काम काज पर सवाल उठाए जा रहे हैं.