संदीप देशपांडे के दो हमलावर पुलिस हिरासत में, देशपांडे ने कहा बीएमसी में फर्नीचर घोटाला रोकने के लिए हुआ हमला

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मनसे नेता संदीप देशपांडे (MNS Leader-Sandeep Deshpande)पर शुक्रवार सुबह हमले में शिवाजी पार्क पुलिस ने दो हमलावरों को भांडुप से हिरासत में लिया है. मुंबई पुलिस ने यह जानकारी दी है. संदीप देशपांडे पर क्रिकेट स्टैंप से हमला किया गया था. पुलिस ने हमलावरों की पहचान सीसीटीवी फुटेज से की थी. 24 घंटे के भीतर दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. (Sandeep Deshpande’s two attackers in police custody, Deshpande said attack to stop furniture scam in BMC)
इस बीच संदीप देशपांडे ने आज प पत्रकार परिषद कर कहा कि कुछ दिन पहले वे बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल से मिल कर कोविड काल में हुए फर्नीचर घोटाले पर बात की थी. संभवतः घोटालेबाजों को इसकी भनक लग गई होगी इसलिए हमारे उपर हमला करवाया है. देशपांडे ने कहा कि दो दिनों में मैं मीडिया के सामने इस घोटाले का पर्दाफाश करने वाला था. उससे पहले मुझ पर हम हमला करवा कर मुंह बंद रखने की मंशा थी. लेकिन मैं ऐसे हमलों से ड़रने वाला नहीं हूं. देशपांडे ने कहा कि फर्नीचर घोटालेबाज ठाकरे सेना से संबंधित हैं, पुलिस को दिए गए बयान में हमने आदित्य ठाकरे एवं वरुण सरदेसाई का नाम दर्ज करवाया है.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के महासचिव संदीप देशपांडे पर शुक्रवार की सुबह शिवाजी पार्क में हमला किया गया था. देशपांडे के पैर, हाथ एवं सिर में चोट लगी है. संदीप देशपांडे के हमले को लेकर राजनीति गरमा गई है. उन्हें हिंदुजा अस्पताल में भर्ती किया गया था.
देशपांडे ने बताया कि कोविड काल से पहले महावीर फर्नीचर और ग्रेस फर्नीचर दोनों का 10 लाख का कारोबार था. लेकिन कोविड काल के बाद इन दोनों कंपनियों का टर्नओवर करोड़ों में पहुंच गया है. कोविड काल में इन दोनों कंपनियों को कोविड सेंटरों का ठेका मिला था. इन्हें कोविड सेंटरों में चादर, गद्दे, चारपाई सप्लाई करने का ठेका मिला था.
लेकिन इन दोनों कंपनियों ने कोविड केंद्रों को सामग्री की आपूर्ति नहीं की, फिर भी कंपनियों के भारी-भरकम बिल पास कर दिए गए. देशपांडे ने यह भी कहा कि मटेरियल सप्लाई करने के लिए पहले ऑर्डर या एसेट होना जरूरी है, इन कंपनियों के पास वह नहीं था. इस मामले में शामिल शख्स का नाम ढेडिया है. इस शख्स की शिवसेना के पदाधिकारियों के साथ फोटो है. इस आदमी को मुंबई महानगर पालिका के विभिन्न वार्डों के लिए फर्नीचर के ठेके कैसे मिलते हैं? मैं इसका पर्दाफाश ही करने वाला था लेकिन इसका सुराग उन तक पहुंच गया और फिर हमारे उपर हमला कर दिया गया.
देशपांडे ने कहा कि घोटालेबाजों को हमारा मुंह बंद कराने के लिए मुंह पर मारना चाहिए था. लेकिन उन्होंने हाथ,सिर और पैर पर प्रहार किया. उन्होंने कहा कि फिर भी हमारा मुंह बंद नहीं कर सकते. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनसे फोन पर बात कर स्वास्थ्य की जानकारी ली थी. उन्होंने पुलिस सुरक्षा भी उपलब्ध कराए हैं लेकिन पुलिस सुरक्षा की जरूरत हमलावरों को है, मुझे नहीं. देशपांडे ने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है. आने वाले समय में मैं घोटालों में शामिल सभी के नाम का खुलासा करुंगा.