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कुनो नेशनल पार्क में मादा चीता ने दिया 4 शावकों को जन्म
विलुप्त हो चुके चीतों को रास आने लगा कुनो नेशनल पार्क

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
श्योपुर. नामीबिया से लाए गए चीतों पर अब खुशखबरी आई है. मादा चीता ने चार शावकों को जन्म दिया है. (Female cheetah gave birth to 4 cubs in Kuno National Park) केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है.
वर्ष 1952 से ही भारत से चीते विलुप्त हो गए थे. केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए प्रोजेक्ट चीता के तहत नामीबिया से 12 चीतों को लाया गया था. उसमें से एक मादा चीता ने तीन शावकों को जन्म दिया है. सभी शावक पूरी तरह से स्वस्थ हैं.
गौरतलब हो कि तीन दिन पहले कुनो नेशनल पार्क में साशा नाम की चीता की मौत हो गई थी. प्रोजेक्ट चीता के अधिकारी ने कहा था कि उसे किडनी संबंधी बीमारी थी. साशा नामीबिया से लाई गए आठ चीतों में शामिल थी. उसकी उम्र साढ़े चार साल से अधिक थी. साशा की मौत से प्रोजेक्ट चीता को बड़ा धक्का लगा था. हालांकि चार शावकों के जन्म से उम्मीद की नई किरण दिखी है. इससे उम्मीद बंधी है कि भारत में चीतों की संख्या को बढ़ाया जा सकता है. विलुप्त घोषित किए जाने के सात दशक बाद पहली बार हुआ है कि किसी चीता ने भारत के जंगल में बच्चों को जन्म दिया है.
नामीबिया से लाए गए चीतों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के कुनो नेशनल पार्क के बाड़े में छोड़ा गया था. साशा की मौत के बाद अब नामीबिया से लाए गए सात चीते बचे हैं. प्रधान मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने कहा है कि इनमें से तीन नर और एक मादा चीता को पार्क के खुले जंगल में छोड़ा गया है. वे पूरी तरह से स्वस्थ हैं और शिकार कर रहे हैं.
पिछले महीने दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों को कुनो नेशनल पार्क लाया गया था. इन्हें फिलहाल क्वारंटीन में रखा गया है. सभी स्वस्थ और सक्रिय हैं. इन 12 चीतों के आने से कुल संख्या 19 हो गई है. उसमें अब 4 शावकों के आने से उम्मीद बंधी है बाघ की तरह भारत में एक बार फिर चीतों की संख्या को बढ़ेगी.