मुंबई से लेकर नवी मुंबई तक हो रहा शिवसेना शिंदे गुट का विस्तार, मुंबई एनसीपी के दो नगरसेवक तो नवी मुंबई के सैकड़ों कार्यकर्ता शिंदे गुट में हुए शामिल
उद्धव गुट के 10 नगरसेवक भाजपा के संपर्क में होने का दावा

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. सोमवार को मुंबई एनसीपी की दो पूर्व नगरसेविका शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हो गई. वहीं नवी मुंबई विजय नाहटा के सानिध्य में दूसरी पार्टियों के सैकड़ों कार्यकर्ता भी शिंदे गुट में शामिल हुए. (Shiv Sena Shinde faction is expanding from Mumbai to Navi Mumbai, two corporators of Mumbai NCP and hundreds of workers from Navi Mumbai have joined the Shinde faction)
उद्धव ठाकरे गुट, कांग्रेस और एनसीपी के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विश्वास रख कर शिवसेना में शामिल हो रहे हैं. सोमवार को मुंबई धारावी से एनसीपी की पूर्व नगरसेविका रेशमा बानो मोहम्मद वकील शेख और जोगेश्वरी से नाजिया सोफी शिंदे गुट में शामिल हो गई.
सोमवार को मुख्यमंत्री आवास पर नवी मुंबई के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने शिंदे पर भरोसा जताते हुए शिवसेना में शामिल हुए. म्हाडा मुंबई स्लम विभाग के पूर्व अध्यक्ष विजय नाहटा के नेतृत्व में सोमवार की शाम मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे तमाम कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने शिवसेना शिंदे गुट में शामिल हुए. इस अवसर पर शिवसेना के महाराष्ट्र समन्वयक नरेश म्हस्के, शिवसेना उपनेता विजय नाहटा, सचिव शीतल म्हात्रे और एमएलसी मनीषा कायंदे सहित शिवसेना के तमाम कार्यकर्ता मौजूद थे.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे पार्टी के अलावा अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं को शिवसेना में शामिल करने पर जोर दे रहे हैं. शिंदे कार्यकर्ताओं से सीधा संवाद भी कर रहे हैं. राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ता उनकी इस संजीदगी के कायल हो रहे हैं.
भाजपा के संपर्क में उद्धव के 10 नगरसेवक
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता के अनुसार उद्धव गुट मुंबई के 10 पूर्व नगरसेवक भाजपा के लगातार संपर्क में हैं. भाजपा नेता ने दावा किया कि जल्द ही यह नगरसेवक पार्टी में शामिल किए जाएंगे. यह नगरसेवक शिंदे गुट में जाने की बजाय भाजपा में शामिल होने के लिए नेताओं से संपर्क साधा है. उद्धव गुट के मुंबई में 84 नगरसेवक चुन कर आए थे. पिछले डेढ़ वर्ष से महानगरपालिका भंग है.
क्षेत्र में काम नहीं होने से नगरसेवक परेशान
भाजपा के पालक मंत्री ने भाजपा के पूर्व नगरसेवकों को उनके वार्डों में विकास कार्य के लिए 1-1 करोड़ रुपए फंड दिए हैं. जबकि उद्धव गुट के नगरसेवकों के वार्ड के लिए फंड नहीं है. राज्य में महायुति की सरकार होने के कारण वार्ड में काम नहीं होने से उद्धव गुट के पूर्व नगरसेवक परेशान हैं, सूत्र बताते हैं कि इसी कारण 10 नगरसेवक भाजपा नेताओं के लगातार संपर्क में हैं. चुनाव की घोषणा होते ही नगरसेवकों में बड़ी भगदड़ देखने को मिल सकती है.
				
					



