बढ़ते कोरोना वायरस को देखते हुए सायन, जेजे, सेंट जार्ज अस्पताल में मॉकड्रिल
कोविड तैयारियों का लिया गया जायजा

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Covid Mockdril मुंबई.देश में बढ़ते कोविड को लेकर सरकारी और निजी अस्पतालों की व्यवस्था कितनी तैयार है, यह जांचने के लिए रविवार को राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल की गई. (Mockdrill in Sion, JJ, St. George Hospital in view of rising corona virus)
मुंबई में बीएमसी के सायन अस्पतालों के साथ जेजे , सेंट जॉर्ज जैसे राज्य के सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई. इसमें दिखाया गया कि मरीजों का इलाज कैसे किया जाए, कोविड मरीजों की स्थिति को कैसे पहचाना जाए, डॉक्टरों को अपनी देखभाल कैसे करनी चाहिए, पीपीई किट का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए, गंभीर मरीजों को आपातकालीन उपचार देने की व्यवस्था लागू करने संबंधी विषयों की समीक्षा की गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि मुंबई में बढते कोविड की पृष्ठभूमि में केंद्र के साथ-साथ राज्यों को भी कोविड से लड़ने के लिए फिर से एकजुट होना होगा. उन्होंने मॉक ड्रिल कर सुविधाओं का निरीक्षण करने का निर्देश दिया था. उनके निर्देश पर मॉक ड्रिल के माध्यम से स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रति जागरूकता का मूल्यांकन किया गया.
फरवरी 2013 के मध्य से ही कोरोना मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. हालांकि कोरोना से संक्रमित मरीजों में मृत्यु दर नगण्य है, लेकिन मरीजों की संख्या को देखते हुए अस्पतालों को अगली स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया. गंभीर श्वसन संकट वाले व्यक्तियों का समय पर कोविड परीक्षण करने पर जोर दिया जा रहा है. डॉ मांडविया ने कहा कि जिन विभागों में कोविड के मरीज हैं, वहां टेस्ट बढ़ाए जा सकते हैं. इस मौके सभी अस्पताल दवाइयां, बेड, मेडिकल उपकरण, ऑक्सीजन सिस्टम, मैनपावर तैयार रखने के निर्देश दिए गए.
स्टाफ और नर्सों को अक्सर एक जगह से दूसरी जगह ट्रांसफर किया जाता है. इसलिए अब इस मॉक ड्रिल को कराना जरूरी था. मॉक ड्रिल कर प्रदर्शन और प्रशिक्षण दोनों प्रदान किया. आशा कर्मचारी जिन्हें कोविड के दौरान कोविड मरीजों के साथ कोई अनुभव नहीं था, उन्हें इसका लाभ मिलेगा. जेजे प्रिंसिपल की डीन डॉ पल्लवी सापले ने कहा कि मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद मॉक ड्रिल कराना संभव नहीं था, इसलिए मॉक ड्रिल के लिए यह सही समय है.
जेजे ग्रुप अस्पताल के सेंट जॉर्ज अस्पताल में फिलहाल पांच मरीजों का इलाज चल रहा है और अगर सेंट जॉर्ज अस्पताल में मरीजों की संख्या बढ़कर 150 हो जाती है तो मरीजों के लिए जीटी और जेजे का विकल्प भी उपलब्ध होगा. लेकिन नागरिक सावधान रहेंगे तो स्थिति नियंत्रण में रहेगी.
मुख्य अस्पतालों में 10 बेड तैयार करने का आदेश
बीएमसी के सायन अस्पताल में मॉक ड्रिल भी कराई गई जिसमें अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा गया. मुंबई के प्रत्येक मुख्य अस्पताल को 10 बिस्तर तैयार रखने को कहा गया है. शेष मरीजों को सेवन हिल्स अस्पताल भेजने की सलाह दी गई है. सायन अस्पताल के डीन डॉ. मोहन जोशी ने बताया कि मॉक ड्रिल के अवसर पर मरीजों की देखभाल कैसे करनी है और इमरजेंसी इलाज के लिए डॉक्टर व स्टाफ को क्या करना चाहिए, इस पर प्रशिक्षण व प्रदर्शन दिखाया गया.




