महारेरा की बिल्डरो पर कार्रवाई, 20 वारंट पर 11 करोड़ 57 लाख की वसूली

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. घर खरीददारों को मुआवजा दिलाने के लिए महारेरा ( MAHARERA) द्वारा जारी वारंट की वसूली के लिए महारेरा लगातार संबंधित कलेक्टर कार्यालयों के संपर्क में हैं. महारेरा की छापेमारी के चलते कई जगह संबंधित विकासकर्ताओं की संपत्तियों को कुर्क कर नीलाम करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. जल्द ही राज्य में कुछ और जगहों पर भी इस तरह की नीलामी की जाएगी.(Maharera action on builders, recovery of 11 crore 57 lakhs on 20 warrants)
बिल्डरों की संपत्तियों होने से रोकने के लिए अब कुछ जगहों पर डेवलपर्स आगे आ रहे हैं.वे मुआवजे की राशि का भुगतान कर रहे हैं या संबंधित उपभोक्ताओं के साथ समझौता करके मुआवजे के मुद्दे को सुलझा रहे हैं. महारेरा द्वारा जारी किए गए 20 वारंट पर 11 करोड़ 57 लाख रुपए वसूल किए गए हैं.
मुंबई उपनगर, मुंबई शहर, रायगढ़ और ठाणे जिले में 11 विकासकर्ताओं द्वारा 20 वारंट के विरूद्ध 8 करोड़ 57 लाख 26 हजार 846 रुपये जमा कराये गये हैं. महारेरा ने अब तक 624.46 करोड़ रुपये के नुकसान की वसूली के लिए 1007 वारंट जारी किए हैं. इनमें से महारेरा के अब तक 124 वारंट की तामील हुई है, जिसमें 113.17 करोड़ वसूलने में सफलता मिली है. शेष राशि की वसूली के लिए महारेरा लगातार प्रयास कर रहे हैं.
जिन लोगों ने पैसे जमा किए या ग्राहकों के साथ समझौता किया, उनमें मुंबई उपनगरों में 5 डेवलपर्स अर्थात् विधी रियल्टर्स, स्काईस्टार बिडकैन, लोहितका प्रॉपर्टीज, विजन डेवलपर्स और विजयकमल प्रॉपर्टीज शामिल हैं, जिन्होंने क्रमशः 4 करोड़ 1 लाख 97 हजार, 57 लाख 84 हजार, 17 लाख 40 हजार, 37 लाख, 25 लाख 66 हजार, 137 रुपए, कुल राशि का 5 करोड़ 39 लाख 87 हजार 137 दावों का निस्तारण किया जा चुका है.
विजन डेवलपर्स के मामले में हाईकोर्ट ने समझौता कर दिया है. जबकि विधि रियलटर्स और विजयकमल प्रॉपर्टीज ने ग्राहकों के साथ समझौता किया है और समझौते की प्रतियों को उप पंजीयक के कार्यालय में विधिवत दर्ज कराया है. मुंबई शहर की मातोश्री प्रॉपर्टीज, श्री सद्गुरु डीलक्स और फलक डेवलपर्स ने भी कुल 47 लाख 95 हजार 550 में क्रमशः 22 लाख 50 हजार, 15 लाख 75 हजार और 9 लाख 70 हजार 550 के 3 वारंट एकत्र किए हैं.
अलीबाग क्षेत्र (जिला रायगढ़) के एक डेवलपर विनय अग्रवाल पर 13 वारंटों के कारण मुआवजे में 1 करोड़ से अधिक का बकाया है. जिसमें से उन्होंने 78 लाख 85 हजार 431 रुपये की राशि न्यायाधिकरण में जमा करा दी है. इससे 10 वारंट पूरे होंगे. ठाणे के दो डेवलपर्स रवि डेवलपर्स और नताशा डेवलपर्स ने समझौता कर प्रत्येक वारंट के खिलाफ क्रमशः 1 करोड़ 19 लाख 58 हजार 728 रुपए और 71 लाख रुपये एकत्र किए।.कुल 11 विकासकर्ताओं ने 20 वारंट के एवज में 8 करोड़ 57 लाख 26 हजार 846 रुपये वसूले हैं. कुछ ने इस संबंध में दावों का निपटान किया है.