नायर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ भड़का कर्मचारियों का ग़ुस्सा, छुट्टी लेकर करेंगे भूख हड़ताल

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. मुंबई मनपा के नायर अस्पताल एवं डेंटल कॉलेज (BMC Nair Hospital and Dental College) के कर्मचारियों के प्रश्नों, मांगों एवं समस्याओं के संबंध में डॉ. नीलम एंड्रादे (Neelam Andrade) व सभी संबंधित अधिकारियों से चर्चा के बाद लिए गए निर्णयों को लागू करने में प्रशासन कोताही बरत रहा है. इससे अस्पताल प्रशासन के खिलाफ कर्मचारियों का ग़ुस्सा फूट पड़ा है. अपनी मांगों को लागू करने के लिए मनपा मजदूर यूनियन मुंबई के नेतृत्व में सभी संवर्गों के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों ने 1 जून को सुबह की पहली पाली से आकस्मिक अवकाश लेकर भूख हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया है. कर्मचारियों के भूख हड़ताल पर जाने के कारण अस्पताल का कामकाज प्रभावित हो सकता है.
स्थापना में चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के 139 पदों में से करीब 51 पद रिक्त हैं. अस्पताल में 40 प्रतिशत पद रिक्त होने के बाद भी कर्मचारियों को मरीजों की देखभाल के बदले निदेशक कार्यालय, स्थापना विभाग एवं दूसरे जगह काम कराया जा रहा है. 26 सफाईकर्मियों के बावजूद सफाई के लिए छात्रावास का काम एक ठेकेदार को दिया गया है. प्रशासन द्वारा ठेकेदार का साथ देते हुए सफाईकर्मियों को अन्य काम दिया जा रहा है.
चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के रिक्त पदों पर 12 संविदा कर्मियों की भर्ती की गयी है. लेकिन उन्हें उनके पद के बदले कहीं और काम दे दिया गया है. डॉक्टरों, नर्सों और अन्य महिला कर्मचारियों के कॉमन रूम और बाथरूम की सफाई का काम पुरुष सफाईकर्मी करते हैं जबकि अलग से महिला सफाईकर्मी की जरूरत होती है. लाड कमेटी की नीति के अनुसार सफाईकर्मियों को शैक्षणिक योग्यता से छूट होने के बावजूद जाति प्रमाण पत्र एवं जाति सत्यापन प्रमाण पत्र की मांग की जा रही है. इस संबंध में बीएमसी आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त (पश्चिमी उपनगर), संयुक्त आयुक्त (सामान्य प्रशासन), उपायुक्त (जन स्वास्थ्य) को भी नायर अस्पताल एवं डेंटल कॉलेज के कर्मचारियों की ओर से पूछे गए प्रश्नों एवं कठिनाइयों के संबंध में पत्र-व्यवहार किया गया.
लेकिन प्रशासन इस फैसले को लागू करने को तैयार नहीं है. मजदूरों की मांगों पर ध्यान दिलाने के लिए 24 अप्रैल से 2 मई 2023 तक दोपहर 12.30 बजे से 1 बजे तक लंच टाइम में मांग सप्ताह का आयोजन किया गया. इस अवसर पर मांगों पर चर्चा कर सकारात्मक निर्णय लिया गया. लेकिन इस बार भी प्राचार्य द्वारा लिए गए निर्णय को प्रशासन लागू करने को तैयार नहीं है.मनपा मजदूर यूनियन के सहायक महासचिव प्रदीप नारकर ने बताया कि इसलिए एक जून 2023 को सुबह की पाली से अस्थायी छुट्टी लेकर प्रशासक के कार्यालय के सामने सांकेतिक भूख हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है.




