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श्रद्धा वालकर के बाद दिल्ली की साक्षी की चाकू गोदकर हत्या, आफताब और साहिल में दिखी समानता, लोग पूछ रहे सवाल कब सुधरेगी बेटियां

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Sakshi Murder Case दिल्ली. पिछले साल दिल्ली में हुई श्रद्धा वालकर हत्याकांड की गूंज अभी थमी भी नहीं थी कि देश की राजधानी में उसके जैसा एक और हत्याकांड से दिल्ली दहल गई. 16 साल की साक्षी का साहिल ने चाकू से गोद कर हत्या कर दी. 41 वार के बाद भी सोहेल ने साक्षी के सर को पत्थरों से कुचलता रहा. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है कि जब साहिल साक्षी को मार रहा था तो लोग वहां से आ-जा रहे थे लेकिन असंवेदनशील समाज के इन कायरों के कानों में साक्षी की चीखें भी नहीं पड़ी. 
इस मामले में दो अलग-अलग जानकारियां सामने आ रही हैं. पुलिस का कहना है कि हमारी शुरुआती जांच में पता चला कि साक्षी और साहिल रिलेशनशिप में थे, जबकि पीड़िता के परिजनों ने इसकी जानकारी होने से इनकार किया है  साक्षी की मां ने बताया कि किसी लड़की ने आकर बताया कि बेटी का मर्डर हो चुका है. मेरी बेटी दिन में बाजार गई थी और दोस्त के यहां बर्थडे में जाने के लिए तैयार होकर निकली थी. साक्षी
की मां ने कहा कि हमें साहिल के बारे में कुछ पता नहीं है. इस शख्स के बारे में तो हमें कुछ पता ही नहीं है. हत्या के बाद ही उसका नाम सामने आया है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने कहा कि 20 वर्षीय साहिल की पहले से ही साक्षी से जान पहचान थी. कुछ दिनों के रिलेशनशिप के बाद साक्षी ने उससे बात करना बंद कर दिया था और उसके चलते ही साहिल ने उसका कत्ल कर
दिया  यही नहीं दिल्ली पुलिस कमिश्नर ने भी मौके पर मौजूद जनता पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यह असंवेदनशीलता का भी मामला है. हम सबूत जुटाएंगे और कोशिश करेंगे कि आरोपी को मौत की सजा मिले  साक्षी के माता-पिता ने भी साहिल को मौत की सजा देने की मांग की है.
फ्रिज मेकेनिक था साहिल
साक्षी के पिता ने कहा कि मेरी बेटी कुछ दिनों से अपनी सहेली के यहां रह रही थी. उसकी सहेली नीतू के बच्चे का जन्मदिन था और वह बाजार गई थी. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक साहिल के पिता का नाम सरफराज है और वह खुद फ्रिज मेकेनिक के तौर पर काम करता था.
साक्षी की हत्या के बाद फरार चल रहा साहिल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. श्रद्धा वालकर की आफताब ने हत्या कर उसके टुकड़े किए थे. साक्षी के मामले में भी वैसी क्रूरता साहिल ने दिखाई है. साक्षी को 41 बार चाकुओं से गोदा गया. इतना होने के बाद भी पत्थर से कई बार उसके सिर को कुचला गया.
सोशल मीडिया पर अब लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर इतने मामले सामने आने के बाद भी बेटियों की आंखे क्यों नहीं खुल रही हैं. कुछ लोग नाम बदल कर, हाथ में कलावा पहन कर इन लड़कियों को आसानी से मोहब्बत के मोहपाश में फंसा लेते हैं और लड़कियां उनकी असलियत को भी नहीं पहचान पाती. पुलिस जांच में सामने आया है कि साहिल हाथ में कलावा बांध कर रखता था. एक फ्रीज मैकेनिकल के जाल में साक्षी फंस गई. श्रद्धा और साक्षी मामले में जो चीज कॉमन है वह हत्या करने का तरीका और फ्रीज. लोग पूछ रहे हैं कि आखिर इन लड़कियों की आंख कब खुलेगी.

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