44 साल बाद जून महीने में शनिवार रहा सबसे गर्म दिन, गुजरात में दिखने बिपरजॉय का कहर

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
Monsoon: मुंबई. पूर्व-मध्य अरब सागर के ऊपर अति गंभीर चक्रवाती चक्रवात “बिपरजॉय” (Biperjoy) 5 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर की ओर बढ़ गया.भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि अगले 6 घंटे में यह चक्रवात काफी तीव्र हो जाएगा. पिछले 44 वर्षों में मुंबई के लिए जून महीने का बीता शनिवार सबसे गर्म दिन रहा. मौसम विभाग के अनुसार जून के महीने में मौसम नम रहता है. लेकिन शनिवार ने मुंबईकरों का पसीना बहा दिया.(Saturday was the hottest day in June after 44 years Biparjoy wreaked havoc in Gujarat)
मुंबई में तापमान 38.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. बारिश की ठंडी बूंदों को भीगने के दिनों में मुंबईकरों के रूमाल पसीने से भीग गए. मौसम विभाग 1979 से रिकॉर्ड संरक्षित कर रहा है, तब से मुंबई में बीते शनिवार का उच्च तापमान 38 डिग्री पारा दर्ज किया गया. दक्षिण हवाओं के कारण तापमान बढ़ रहा है.

गुजरात का तटीय समुद्र उफान पर
बिपरजॉय चक्रवात पाकिस्तान और सौराष्ट्र के साथ-साथ कच्छ तट के पास 15 जून तक पहुंचेगा. उस समय वह अपना प्रचंड रूप धारण कर चुका होगा. तूफान की गति 160 किमी से 180 के रहने की संभावना है. इस गति के कारण पाकिस्तान के कराची को बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है.

तूफान का असर गुजरात के तटीय इलाकों में दिखाई देने लगा है. 50 से 80 किमी के बीच रफ्तार से समुद्री तटों से बिपरजॉय टकराया है. तूफानी हवाओं के साथ तेज बारिश होने के कारण अगले 4 दिनों तक रेड़ अलर्ट जारी किया है. अगले कुछ घंटों में यह गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित हो जाएगा.
मौसम विभाग के अनुसार यह पश्चिम से धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा है. इसके आगे बढ़ने की रफ्तार 5 किमी प्रति घंटा है. अगले 24 घंटों में बिपरजॉय उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ सकता है. 11 से 15 जून तक गुजरात तट पर समुद्र के अशांत रहने की संभावना है.
अगले 6 घंटे में चक्रवात के बहुत तीव्र होने की संभावना है. इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने और 15 जून 2023 को दोपहर के आसपास पाकिस्तान और निकटवर्ती सौराष्ट्र और कच्छ तटों तक पहुंचने की संभावना है. इस बीच कराची पोर्ट ट्रस्ट (KPT) पूर्व-मध्य अरब सागर में बहुत गंभीर चक्रवात (VSCS)
बिपरजॉय ने तीव्रता जारी रहने पर ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है. चक्रवात के दक्षिण से लगभग 900 किलोमीटर दूर होने का अनुमान है.
राज्य में पहुंचेगा मानसून
इस साल केरल में मानसून एक हफ्ते की देरी से पहुंचा. लेकिन मौसम अनुकूल रहने के कारण मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है. चक्रवात बिपरजॉय सक्रिय है, जिससे मानसून केवल पश्चिमी तट पर अपना रास्ता बना सकता है. बांग्लादेश के पास कम दबाव का क्षेत्र
बनने से मानसून सक्रिय हो गया है, जिसके कारण मानसून का पूर्व में अपेक्षाकृत अधिक तेजी से आगे बढ़ रहा है.




