देर रात शिंदे गुट की बैठक में क्या हुआ, एनसीपी के सरकार में शामिल होने से उखड़े शिंदे गुट के विधायक
मुख्यमंत्री शिंदे ने किया समझाने का प्रयास, अभी और 2024 में मैं ही रहूंगा मुख्यमंत्री, यह एक पॉलिटिकल मूव

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अजीत गुट के राज्य की सत्ता में हिस्सेदारी से शिंदे गुट के विधायक उखड़े हुए हैं . उन्हें लगता है कि एनसीपी के आने से सत्ता में उनकी भागीदारी कम हो जाएगी. यही नहीं आगामी विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर बार्गेनिंग पावर भी कम हो जाएगी. देर रात वर्षा बंगले पर विधायकों और सांसदों की बैठक में मुख्यमंत्री शिंदे ने सभी क समझने का प्रयास किया. उन्होंने पार्टी नेताओं को आश्वस्त किया कि अभी ही नहीं 2024 विधानसभा चुनाव के बाद भी वे ही मुख्यमंत्री रहेंगे. (What happened in the late night meeting of Shinde faction, MLAs of Shinde faction uprooted due to NCP joining the government)
शिवसेना विधायकों के बारे में खबरें आ रही थीं कि वे नाराज हैं और उद्धव गुट में वापस लौट सकते हैं. इसी को लेकर मुख्यमंत्री ने आपात बैठक बुलाई थी. मुख्यमंत्री ने अपने सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए थे . इस मौके पर उन्होंने सभी विधायकों और सांसदों की बातें सुनीं. उन्होंने उन्हें समझने की कोशिश भी की. शिंदे गुट के सामने अब अजित पवार के रूप में चुनौती खड़ी हो गई है. लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अच्छे प्रदर्शन के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अभी से ही जुट गए हैं.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कल विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई. इस दौरान उन्होंने उन खबरों का खंडन किया कि वह इस्तीफा देंगे. एकनाथ शिंदे ने यह भी कहा कि उन्हें पता है कि उनके इस्तीफे की खबर किसने चलवाई. साथ ही अजित पवार के आने से हमारे ग्रुप पर कोई असर नहीं पड़ेगा. मैं मुख्यमंत्री बना रहूंगा. एकनाथ शिंदे ने विधायकों और सांसदों से कहा कि 2024 के बाद भी वह मुख्यमंत्री रहेंगे.
शिंदे ने कहा कि अजीत को सरकार में शामिल किए जाने से पहले उन्हें विश्वास में लिया गया था. यह एक पॉलिटिकल मूव है. इससे हमारे पद को कोई खतरा नहीं है.
इस समय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधायकों और सांसदों की बैठक में तीन बड़े फैसले लिए हैं. विकास कार्यों पर ध्यान दें. मतदाताओं तक पहुंचने के लिए प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में पांच विधायकों को नियुक्त करने का निर्णय लिया गया है. साथ ही मुख्यमंत्री ने विधायकों से हर 15 दिन यानी महीने में दो बार मुलाकात करने के फैसले का भी ऐलान किया. इसके अलावा मुख्यमंत्री ने कल की बैठक में आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की रणनीति तय करने के लिए शिवसेना की आम बैठक बुलाने के फैसले की भी घोषणा की है. सूत्रों ने यह भी कहा कि अगर कोई समस्या हो तो विधायक सीधे मुझसे संपर्क करें.
अजित पवार गठबंधन राजनीति आवश्यकता
शिंदे ने कहा कि मैं अब भी मुख्यमंत्री हूं. यह आगे भी होगा. सरकार पर पूरा नियंत्रण मेरा है. अजित दादा के आने की चिंता मत करो. अजित दादा का गठबंधन में शामिल होना एक राजनीतिक आवश्यकता है. उन्होंने यह भी कहा कि उद्धव ठाकरे और शरद पवार के अलावा एनसीपी भी उनके साथ आ गई है.
50 विधायक चुने जायेंगे
इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आगामी विधानसभा चुनाव में 50 विधायक चुनने का लक्ष्य रखने की अपील की. उन्होंने यह भी कहा कि शिवसेना, बीजेपी और एनसीपी का लक्ष्य 2024 के लोकसभा चुनाव में राज्य की 45 लोकसभा सीटों पर चुनाव करना है. उन्होंने जल्द ही कैबिनेट विस्तार का भी वादा किया. हालांकि मुख्यमंत्री के समझाने के बाद भी कितने विधायक संतुष्ट रहेंगे आने वाले समय में पता चलेगा.