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रिकॉर्ड तोड़ बारिश में भी नहीं ठहरी मुंबई, मनपा का दावा

एक ही दिन में अब तक चार बार 200 मिमी से अधिक बारिश

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. मुंबई में इस मानसून सीज़न (Monsoon 2023) के दौरान एक ही दिन में 200 मिलीमीटर से अधिक बारिश होने की चार घटनाएं हुई हैं, इतनी बरसात होने के बावजूद मुंबई महानगर निर्बाध रूप से चल रहा है. यह दावा मनपा के अतिरिक्त आयुक्त ने किया है. महत्वपूर्ण बात यह है कि जुलाई महीने में रिकॉर्ड तोड़ बारिश दर्ज होने के बावजूद मनपा का पूरा सिस्टम वास्तविक क्षेत्र में तैनात रहा.  (Mumbai did not stop even in record breaking rain)

मनपा अतिरिक्त आयुक्त पी वेलारासू ने कहा कि मुंबई में इस मानसून में अब तक चार दिन ऐसे रहे हैं, जब 200 मिमी से अधिक बारिश हुई है. इनमें 24 जून 2023 (225 मिमी), 28 जून 2023 (228 मिमी), 19 जुलाई 2023 (203 मिमी) और 21 जुलाई 2023 (213 मिमी) शामिल हैं. फिर भी मुंबई नहीं रुकी.  निचले इलाकों में हिंदमाता, गांधी मार्केट (सायन), मिलन सबवे मार्ग में भी तेजी से जल निकासी हुई है. क्योंकि इन इलाकों में पानी की निकासी के लिए भूमिगत भंडारण टैंक, उच्च क्षमता वाले पंप आदि का सहारा लिया गया. इसकी तुलना में, इन निचले इलाकों में परियोजनाएं लागू होने से पहले पानी निकलने में औसतन कम से कम पांच से छह घंटे लगते थे. पानी जमा होने से यहां यातायात भी बंद हो जाता था, लेकिन अब चाहे कितनी भी तेज बारिश हो, औसतन 15 से 20 मिनट में ही पानी निकल जाता है. इसलिए, इन क्षेत्रों में स्थानीय लोगों और व्यापारियों को राहत मिली है और ये परियोजनाएं यातायात को सुचारू रखने में मदद कर रही हैं.

गांधी मार्केट क्षेत्र में 2021 के मानसून सीज़न तक औसतन 3 फीट से 4 फीट पानी भरता था. पानी निकलने में कम से कम 8 घंटे से 10 घंटे तक का समय लग जाता था. परिणामस्वरूप, सड़क यातायात बंद रखना पड़ता था. यहां पानी पंप करने के लिए 1200 मिमी व्यास वाला स्टील राइजिंग चैनल लगाया गया है. इस चैनल में छोटी-छोटी पुलियों के माध्यम से जल निकासी की व्यवस्था और जोड़े में चार पंप लगाए गए.  इस वर्ष 21 जून 2023 की बारिश में 104 मिमी बारिश के बावजूद केवल 4 इंच पानी जमा हुआ.

परेल का हिंदमाता मुंबई के निचले इलाकों में से एक है. इस क्षेत्र के बड़े और महत्वपूर्ण अस्पतालों, स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को भी भारी बारिश के कारण क्षेत्र में पानी जमा होने के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था. पहले इस इलाके में औसतन 4 फीट तक पानी जमा रहता था. जिससे सड़क यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया. इस समस्या के समाधान के रूप में सेंट जेवियर्स ग्राउंड और प्रमोद महाजन पार्क में भूमिगत जल भंडारण टैंक का निर्माण किया गया है.  इसकी भंडारण क्षमता लगभग 6.48 करोड़ लीटर है. इन टैंकों में वर्षा जल को पंप के माध्यम से संग्रहित किया जाता है. लो टाईड के दौरान, यह पानी तूफानी नालों के माध्यम से समुद्र में छोड़ दिया जाता है. इस साल 21 जुलाई को 104 मिमी बारिश के बावजूद सिर्फ 4 इंच पानी जमा हुआ. पानी पूरी तरह निकलने में सिर्फ 30 मिनट का समय लगा.

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