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कोरोना में लोग जब भूख प्यास से तड़प रहे थे, मनपा अधिकारी पैसा बना रहे थे

नेताओं, अधिकारियों की संवेदना ही नहीं आत्मा भी मर गई

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. कोरोना संक्रमण ( Mumbai Covid Scam) के समय लगे लॉकडाउन में जब लोग भूख प्यास से तड़प रहे थे तब मुंबई महानगरपालिका अधिकारी और सत्तारूढ़ दल के नेता पैसा बनाने में लगे थे. महानगरपालिका में भ्रष्टाचार की जड़े इतनी गहरी हो गई हैं कि अधिकारी बिना पैसों के एक कदम भी आगे नहीं बढ़ा सकते. इन अधिकारियों की संवेदना ही नहीं आत्मा भी मर चुकी है. (When people were suffering from hunger and thirst in Corona, Municipal Corporation officials were making money)

कोरोना काल में किए गए भ्रष्टाचार अब परत दर परत खुल रहे हैं. शव बैग खरीद हो या खिचड़ी कांट्रेक्ट अधिकारियों के गले की फांस बन गए हैं. अब यह अधिकारी खुद को बचाने के सत्तारूढ़ दल के नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं.

पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर पर ईडी ने दर्ज किया मामला

पूर्व महापौर किशोरी पेडणेकर भी शव बैग घोटाले में बुरी तरह फंस गई हैं. ईडी ने कथित बॉडी बैग घोटाले में किशोरी पेडणेकर के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पेडणेकर पर ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है. आर्थिक अपराध शाखा द्वारा किए गए अपराध की तर्ज पर आज ईडी द्वारा ईसीआईआर दर्ज की गई है. इसमें ईसीआईआर में पूर्व मनपा आयुक्त, पूर्व  उपायुक्त समेत अन्य के नाम भी शामिल हैं.

कोविड काल में बॉडी बैग खरीद के कथित घोटाले में 49.63 लाख रु. किशोरी पेडणेकर और वरिष्ठ मनपा अधिकारियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 409, 420 और 120बी के तहत मामला दर्ज किया गया है. यह निजी अस्पतालों या सरकारी प्राधिकारियों द्वारा वसूले जाने वाले शुल्क से तीन गुना हो गया है.

ईडी ने कहा है कि मुंबई में मृत कोरोना मरीजों को ले जाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला बॉडी बैग 2,000 रुपए के बजाय 6,800 रुपये में खरीदा गया था. ईडी का आरोप है कि यह ठेका तत्कालीन महापौर के निर्देश पर दिया गया था. किशोरी पेडणेकर कोविड काल में मुंबई की महापौर थीं. इसलिए इस मामले में उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

कुछ दिन पहले बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने आरोप लगाया था कि कोरोना काल में मुंबई मनपा में करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ है. किशोरी पेडणेकर पर बॉडी बैग की खरीद में घोटाला करने का आरोप था. किशोरी पेडणेकर के खिलाफ मुंबई के अग्रीपाड़ा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था.

आपदा में अवसर तलाशते रहे मनपा अधिकारी

मनपा अधिकारी आपदा में अवसर तलाश रहे थे. खिचड़ी वितरण में घोटाला किया गया. मनपा की तत्कालीन उपायुक्त संगीता हसनाले बहुत खुशी से मीडिया को अपनी उपलब्धियां गिना रही थीं कि उन्होंने लाखों लोगों को खिचड़ी खिला कर बहुत पुण्य कमाया है. विपक्ष के नेता खिचड़ी में घोटाला होने की जानकारी दे रहे थे लेकिन सत्ता की मस्ती में चूर नेता और महामारी की आड़ में अधिकारी आपदा में मिले अवसर को भुनाने में व्यस्त थे.

इनसाइट न्यूज स्टोरी को मिली जानकारी के मुताबिक अब अगला नंबर उन अधिकारियों का है जिन्होंने होटलों को किराया देने के नाम पर जम कर पैसा बनाया है. अधिकारियों को उनके ग्रेग के अनुसार रहने के लिए होटल बुक किए गए थे. यहां तक कि फाइव स्टार होटलों को करोड़ों का बिल अदा करने के बाद भी उन्हें करोड़ों रुपए की छूट दी गई थी. यह मामला भी जल्द सामने आने वाला है.

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