हार्बर लाइन पर 105 किमी रफ्तार से दौड़ेंगी लोकल
पनवेल से सीएसएमटी तक 15 मिनट की होगी बचत, मध्य रेलवे ने दी योजना को मंजूरी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. हार्बर और ट्रांस हार्बर लाइन( Harber line) पर यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए बड़ी खबर है. नए साल में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस(CSMT to Panvel) और पनवेल के बीच लोकल ट्रेनें 105 किमी रफ्तार से दौड़ेंगी. इससे यात्रियों की यात्रा तेज हो जाएगी. मध्य रेलवे ने हार्बर मार्ग पर ट्रांसहार्बर और नेरुल-खारकोपर के बीच पटरियों की गति को 105 किमी प्रति घंटे तक बढ़ाने का निर्णय लिया है. इससे हार्बर रूट पर 15 मिनट की बचत होगी. (Locals will run at 105 km speed on Harbor Line)
लोकल ट्रेनें फिलहाल सीएसएमटी और पनवेल के बीच 80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं. इस गति से सीएसएमटी से पनवेल तक की दूरी तय करने में 80 मिनट का समय लगता है. हार्बर रूट पर यात्रियों का यात्रा समय बचाने के लिए 105 स्पीड प्रति घंटा तय की गई है. रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि इस गति से सीएसएमटी से पनवेल तक की दूरी 65-70 मिनट में तय करना संभव होगा.यानी यह दूरी तय करने में 15 मिनट की बचत होगी.
अधिकारी ने बताया कि लोकल की गति बढ़ाने के लिए पटरियों को मजबूत करना, पटरियों के किनारे की झोपड़ियों को हटाना और आवश्यकतानुसार ओवरहेड तारों में बदलाव किया जाएगा. नए साल की पहली तिमाही तक काम पूरा कर गति बढ़ाने की योजना है. काम पूरा होने के बाद नए सिरे से स्पीड टेस्ट कराया जाएगा. इसके बाद यात्री यातायात के लिए नई स्पीड लागू की जाएगी. सीएसएमटी-पनवेल और सीएसएमटी-बेलापुर के बीच यात्रा समय में कुछ मिनटों की बचत की भी उम्मीद है.
ट्रांसहार्बर पर ठाणे-वाशी, नेरुल-खारकोपर और कर्जत से खोपोली मार्गों पर गति बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है. इसलिए, बंदरगाह के साथ ट्रांसहार्बर यात्रियों के समय में आंशिक कमी की भी उम्मीद है.
मध्य रेलवे की हार्बर लाइन पर सीएसएमटी से पनवेल के बीच 188 और सीएसएमटी से बेलापुर के बीच 79 लोकल ट्रेनें चलती हैं. अभी यह तय नहीं हुआ है कि ट्रेनों की स्पीड बढ़ने पर अतिरिक्त लोकल फेरे चलाना संभव है या नहीं.
तिलकनगर से पनवेल के बीच लोकल स्पीड बढ़ाई जाएगी. सीएसएमटी और तिलकनगर के बीच दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी कम है. इससे लोकल का अधिकतम गति पकड़ पाना संभव नहीं हो पाता है. तिलकनगर और गोवंडी के बीच पटरियों के किनारे घनी झुग्गी बस्तियां हैं. परिणामस्वरूप, इस खंड में रेलवे क्रॉसिंग की संख्या अधिक है. आम जनता की सुरक्षा के लिए सीएसएमटी और तिलकनगर के बीच गति सीमा यथावत रखी गई है.




