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जितेन्द्र आव्हाड ने भगवान राम को बताया मांसाहारी,बयान पर बवाल जगतगुरू परमहंस आचार्य ने कहा- ‘कार्रवाई नहीं हुई तो मैं वध करूंगा’

भाजपा नेता भी आगबबूला
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के विधायक जितेन्द्र आव्हाड (Jitendra Awhad on ShriRam) ने भगवान राम को मांसाहारी बताया था. उनके इस बयान पर बवाल मच गया है. आव्हाड के बयान पर आगबबूला हुए जगतगुरु परमहंस आचार्य ने कहा कि यदि विधर्मी आव्हाड पर कार्रवाई नहीं हुई तो मैं उसका वध कर दूंगा. महाराष्ट्र के भाजपा नेता भी जितेंद्र आव्हाड के बयान पर आगबबूला हैं. (Jitendra Awhad described Lord Ram as non-vegetarian, ruckus over the statement. Jagatguru Paramhans Acharya said – ‘If action is not taken, I will kill’)
आव्हाड को वानर सेना देगी प्रसाद 
  महाराष्ट्र भाजपा के प्रवक्ता प्रदीप पेशकार ने कहा कि जितेंद्र आव्हाड ने प्रभु श्रीराम का ही नहीं समस्त हिंदुओं का अपमान किया है. आव्हाड यह समझते हैं कि हिन्दू धर्म के देवी में देवताओं के खिलाफ बोलने पर कोई कुछ नहीं बोलता है, उनकी इस सोच को अब बदलना पड़ेगा. हमारी आस्था से खिलवाड़ करोगे तो उचित अवसर तुम्हें प्रभू श्रीराम की वानर सेना जरूर प्रसाद देंगे.
 वहीं भाजपा विधायक राम कदम, चित्रा वाघ ने भी जितेंद्र आव्हाड के बयान पर तीव्र आपत्ति जताई है. वाघ ने कहा कि जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि मैं अपने बयान पर खेद व्यक्त करता हूं, लेकिन वे गलती मानने को तैयार नहीं हैं. उन्हें अपनी गलती स्वीकार नहीं है. बिना पश्चाताप के खेद व्यक्त करना मगरमच्छ के आंसू बहाने जैसा है.
 वहीं शिवसेना के मुखपत्र सामना में भगवान श्रीराम को मांसाहारी बताने पर राम कदम ने कहा कि आज बालासाहेब ठाकरे होते तो कठोर सबक सिखाते, हिंदू और हिंदू देवी देवताओं के अपमान पर शिवसेना यूबीटी बर्फ की तरह ठंडी पड़ जाती है. चुनाव आने पर ही उन्हें याद आता है कि हमने हिंदुत्व नहीं छोड़ा है.
जितेन्द्र आव्हाड के बयान से आक्रोशित अजीत पवार गुट के कार्यकर्ताओं ने उनके घर के बाहर आरती शुरू कर विरोध प्रकट किया. पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया था. ठाणे वर्तक पुलिस स्टेशन के बाहर जमा हुए लोगों ने चेतावनी दी कि 24 घंटे के भीतर आव्हाड पर कार्रवाई करें नहीं तो उन्हें सबक सिखाया जाएगा. आव्हाड ने राम का उदाहरण देकर अजीत पवार पर तंज कसा था कि राम अपने माता पिता की आज्ञा मानकर 14 वर्ष के वनवास चले गए थे लेकिन यहां अपने काका को ही घर से बाहर कर दिया गया। इससे अजीत गुट के कार्यकर्ता आक्रामक हो गए हैं.
जितेन्द्र आव्हाड ने कहा था कि श्रीराम शिकार करते थे. जंगल में इतने वर्ष वनवास में कोई मेथी की सब्जी खाकर कैसे रह सकता है. राम मांस खाते थे. उस समय तो वैसे भी लोग मांस खाया करते थे.
बवाल के बाद आव्हाड ने कहा कि हमारे बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो हम खेद व्यक्त करते हैं. लेकिन हमें गलती मान्य नहीं है.

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