मुंबई क्राइम ब्रांच के हवाले दहिसर गोलीकांड की जांच

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. गुरूवार रात शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे अभिषेक घोसालकर Abhishek Ghosalkar Murder Update) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. अभिषेक की हत्या करने वाले मॉरिस नरोन्हा ने भी गोली मारकर अपनी जान दे दी. इससे दहिसर इलाके में तनाव का वातावरण बन गया है. इस बीच इस मामले की जांच जल्द पूरी करने के केस मुंबई क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है.(Investigation of Dahisar shooting handed over to Mumbai Crime Branch)
इस घटना के तत्काल बाद मुंबई पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे थे. वहां पर सबूत जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. जांच के लिए फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए थे. अभिषेक परि मौरिस नोरोन्हो ने 5 गोलियां चलाईं थीं. चौंकाने वाली बात ये है कि इसके बाद आरोपी ने खुद चाय गोली मार कर जान दे दी.
पिछले 10 दिनों में मुंबई में गोलीबारी की यह दूसरी घटना है. इसको लेकर विपक्ष आक्रामक हो गया है और सत्ताधारियों की आलोचना हो रही है. इस बीच, मामले को त्वरित जांच के लिए अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है. मुंबई क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त राज तिलक रौशन ने इस संबंध में जानकारी दी है.
क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पूर्व नगरसेवक अभिषेक घोसालकर की हत्या किसी पुराने विवाद के कारण हुई हो सकती है. यह हत्या पूर्व नियोजित है और आरोपी मॉरिस ने घोसालकर को फोन कर ऑफिस बुलाया था. इसके बाद पुलिस ने कहा कि फेसबुक लाइव करते वक्त उन्होंने उसकी हत्या कर दी.
इस बीच क्राइम ब्रांच ने भी साफ किया है कि हमने मौके से सबूत जब्त कर लिए हैं और हत्याकांड की हर पहलू से जांच की जाएगी. तो इस मामले में क्या नई जानकारी सामने आएगी? ये देखना अहम होगा. बहरहाल, इस घटना से मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में सनसनी मच गई है.
अभिषेक घोसालकर ठाकरे समूह के पूर्व विधायक विनोद घोसालकर के बेटे हैं। विनोद घोसालकर 2009 से 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा के विधायक थे. वे उद्धव ठाकरे सरकार में एमएलसी चुने गए थे. विनोद घोसालकर म्हाडा रिपेयर बोर्ड के चेयरमैन भी थे. अभिषेक घोसालकर वर्ष 2012 में वार्ड क्रमांक 1 से नगरसेवक चुने गए थे. महिला सीट होने के बाद वर्ष 2017 में अभिषेक की पत्नी तेजस्वी घोसालकर चुनी गई थी.
भूमाफिया था मॉरिस नरोन्हा
मॉरिस नरोन्हा स्थानीय भूमाफिया था. गोराई इलाके में सरकारी भूमि पर कब्जा कर घर बेचने से लेकर कई अपराधों में शामिल रहा है. राजनीतिक संरक्षण में अपने अपराधों को छुपाने के लिए मॉरिस नरोन्हा समाजसेवक का चोला ओढ़ रखा था. आपराधिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक गठजोड़ की वजह से एक भयंकर वारदात में तब्दील हो गई जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की थी.
मॉरिस को किसने दिए हथियार
मॉरिस नरोन्हा ने जिस रिवॉल्वर से अभिषेक पर गोली चलाई और स्वयं को मार डाला वह हथियार मॉरिस को किसने दिए. क्राइम ब्रांच की जांच में अहम कड़ी साबित हो सकते हैं. पुलिस के अनुसार रिवॉल्वर जब्त कर ली गई है. वह रिवॉल्वर सुरक्ष रक्षक की बताई जा रही है. हालांकि अभी उसका खुलासा नहीं किया गया है कि वह सुरक्षा रक्षक कौन था और किसकी सिक्योरिटी में लगा था.