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लोकल छोड़ मोटरमैन के अंतिम संस्कार में गए मोटरमैन 130 से ज्यादा ट्रेनें रद्द, स्टेशनों पर लाचार खड़े रहे यात्री

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई.सिग्नल पासिंग (Singnal Passings)की घटना के बाद शुक्रवार को मोटरमैन मुरलीधर शर्मा (Motorman Suicide) ने कुछ देर बाद ही प्रगति एक्सप्रेस के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली. शनिवार को  लोकल चलाने वाले  मोटरमैन तके मोटरमैन केे अंतिम संस्कार में शामिल होने चलेे गए. कई मोटरमैन अतिरिक्त काम करने से इनकार कर दिया. इस कारण मध्य रेलवे और हार्बर लाइन (Central -Harber line) पर चलने वाली 130 से अधिक लोकल ट्रेनें रद्द कर दी गई. मोटरमैैन की इस लापरवाही की वजह से यात्री स्टेशनों पर  लाचार खड़े होकर ट्रेन का इंतजार करते रहे.( Motormen left the local and went to the funeral of the motorman. More than 130 trains were cancelled, passengers stood helpless at the stations) 

शुक्रवार सुबह करीब 11.20 बजे मोटरमैन मुरलीधर शर्मा ने सैंडहर्स्ट रोड और भायखला रेलवे स्टेशन के बीच सीएसएमटी जाने वाली प्रगति एक्सप्रेस के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी. आत्महत्या करने से पहले शुक्रवार सुबह मुरलीधर शर्मा पनवेल-सीएसएमटी लोकल में ड्यूटी पर थे. इसी दौरान लोकल को सीएसएमटी ले जाते समय कुर्ला स्टेशन पर सिग्नल पास होने की घटना घटी. घटना के बाद रेलवे प्रशासन द्वारा उसकी जांच की जा रही थी. इसी डर से मोटरमैन मुरलीधर शर्मा ने सीएसएमटी और भायखला स्टेशन के बीच तेज रफ्तार प्रगति एक्सप्रेस के सामने आकर आत्महत्या कर ली.

शर्मा के शव का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर को  किया जाना था. लेकिन उनके रिश्तेदारों के आने में देेेरी के कारण अंतिम संस्कार का समय शाम 5 बजे तय किया गया. मध्य और हार्बर लाइन पर सैकड़ों मोटर चालकों ने शर्मा के अंतिम संस्कार का हवाला देते हुए अतिरिक्त काम करने से इनकार कर दिया. इसके अलावा मोटरमैन भी उपलब्ध नहीं था क्योंकि वह एक अंतिम संस्कार के लिए जा रहे था. इसके परिणामस्वरूप मध्य और हार्बर लाइन सौ से अधिक छोटी दूरी की लोकल का संचालन रद्द करना पड़ा.

विभाग ने मोटरमैन शर्मा की आकस्मिक मौत के बाद सेंट्रल रेलवे को दोषी ठहराया. मोटरमैन अतिरिक्त काम करते हैं. लेकिन अगर वे कहीं गलती से सिग्नल पार कर गए तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाती है. मूलतः ऐसी घटनाओं के लिए अन्य कारक भी जिम्मेदार होते हैं. सेंट्रल रेलवे मजदूर संघ का कहना है कि मोटरमैन के पद खाली होने के कारण मोटरमैन पर अतिरिक्त काम करना पड़ता है.

इस वजह से की आत्महत्या 

मध्य रेलवे को सबसे व्यस्त रेलवे खंड के रूप में जाना जाता है. इस तरह की जटिल सिग्नल प्रणालियां अक्सर मोटरमैन द्वारा सिग्नल पार करने की घटनाओं का कारण बनती हैं. ऐसे मामलों में उचित काउंसलिंग के बजाय सीधे बर्खास्तगी कर दी जाती है. बताया जाता है कि शुक्रवार को हुई इस घटना में मोटरमैन मुरलीधर शर्मा ने प्रशासन के अपमानजनक व्यवहार, नौकरी खोने के डर, वेतन में कटौती के डर से आत्महत्या कर ली.

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