पीएफआई ने बंद की सभी गतिविधियां/बैन के बाद लिया निर्णय
पीएफआई से संलग्न सभी संस्थाएं भंग

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
दिल्ली. केंद्र सरकार द्वारा पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब संगठन ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से गतिविधियां रोकने के लिए कहा है. संगठन ने पीएफआई सहित सभी संलग्न संगठन को भी भंग कर दिया है.( PFI closed all activities after the decision was taken) केंद्र सरकार ने टेरर लिंक के कारण आज ही पीएफआई पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था.
पीएफआई के जनरल सेक्रेटरी ए अब्दुल सत्तार ने बयान जारी कर कहा गृह मंत्रालय द्वारा संगठन पर बैन लगाने के संगठन को भंग कर दिया गया है. सत्तार ने कहा कि पीएफआई केंद्र सरकार के फैसले को स्वीकार करता है. उन्होंने कहा कि उनका संगठन बीते 30 वर्षों से गरीबों के उत्थान और आर्थिक मजबूती के लिए काम कर रहा था. लेकिन इस देश के आम नागरिकों की तरह कानून का पालन करने के यह निर्णय लिया गया है.
NDF , SIMI के लोगों ने खड़ी कर दी PFI
1993 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद केरल में स्थापित हुआ NDF जल्द ही देश में कथित तौर पर आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गया. 2006 में यह पीएफआई के नाम से जाना जाने लगा. फिर तीन दशकों के भीतर इसने 19 राज्यों में कार्यालय और 22 राज्यों में अपना प्रभाव स्थापित किया. 1997 में स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया की स्थापना की गई. यह दोनों संगठन आतंकी गतिविधियों में शामिल हो गए. बैन लगने के बाद इन सभी संगठनों ने मिलकर पाप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया बनाया. जिसका उद्देश्य हिंदुस्तान को वर्ष 1947 तक मुस्लिम राष्ट्र बनाना था.
अपना रहे पाकिस्तानी पैटर्न
पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जिस तरह से अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगने के बाद दूसरे नाम से अपनी गतिविधियां शुरू कर देते हैं. वहीं पैटर्न भारत के इन कथित संगठनों ने भी अपनाया. एनडीएफ है या सिमी सभी पीएफआई के बैनर के नीचे एकजुट होकर अपने उद्देश्य की पूर्ति करने में लग गए. केंद्र के एक्शन के बाद इस संगठन से जुड़े पदाधिकारी कुछ दिन शांत रह कर फिर किसी नाम से खड़े हो जाएंगे. सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे लोगों की सतत निगरानी रखनी होगी.