अडानी को हटाने पर अड़े धारावीवासी, 1 मार्च को विशाल मोर्चा निकालने की तैयारी

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. राज्य सरकार एक एशिया की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी धारावी का विकास (Dharavi Redevelopment) करने की जिम्मेदारी देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) की कंपनी अडानी रियलिटी और राज्य सरकार के नेतृत्व में बनी कंपनी डीआरपीपीएल (DRPPL) को दिया है. लगभाग 600 एकड़ में फैले धारावीकरों को धारावी के अलावा मुलुंड डंपिंग ग्राउंड, मुलुंड टोल नाका और वडाला की साल्ट लैंड पर बसाने का निर्णय लिया गया है. धारावीकरों को मुलुंड में बसाने के खिलाफ एक बार फिर विशाल मोर्चा निकाल कर विरोध प्रदर्शन करने की तैयारी शुरू हो गई है. अडानी हटाओ धारावी बचाओ बैनर के तले एक मार्च को मोर्चा निकाला जाएगा. (Dharavi residents are adamant on removing Adani, preparing to take out a huge march on March)

राज्य की सभी विरोधी पार्टियां धारावी का पुनर्निर्माण अडानी को सौंपे जाने का विरोध कर रही हैं. धारावी बचाओ आंदोलन के समन्वयक एड. राजेंद्र कोरडे ने बताया कि धारावी वासियों को धारावी से बाहर फेंकने का प्रयास किया जा रहा है. अडानी धारावी का विकास बीकेसी के तर्ज पर किया जाएगा. लेकिन धारावी में धारावीवासी नहीं होंगे. यह अन्याय किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. धारावी में जितने झोपड़े हैं सबको यहीं घर दिया जाना चाहिए.
गौरतलब हो कि धारावी वासियों को मुलुंड में बसाने का विरोध वहां के लोग कर रहे हैं. भाजपा के पूर्व सांसद किरीट सोमैया ने कोर्ट में याचिका भी दाखिल की है. सोमैया का कहना है कि इससे मुलुंड का डेमोग्राफी में बदलाव होगा. पांच लाख लोग धारावी से यहां आएंगे तो सुविधाओं पर अधिक भार बढ़ेगा. दोनों तरफ से हो रहे विरोध के बावजूद सरकार अडानी को आगे बढ़ा रही है. इससे धारावीवासी बहुत चिंतित हैं. धारावी में अडानी का विरोध दक्षिण मध्य मुंबई से शिवसेना सांसद राहुल शेवाले की सीट भी खतरे में पड़ गई है. धारावी में अडानी का विरोध बढ़ता जा रहा है.
मार्च महीने से ही धारावी में पात्रता सूची तैयार की जाने वाली है. विरोध के कारण इस पर भी असर पड़ेगा. राजेंद्र कोरडे के नेतृत्व में शेतकरी कामगार पार्टी ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है. एक मार्च के मोर्चे में सभी विपक्षी दल शामिल होंगे.