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पांच वर्षों का इंतजार खत्म, आज से खुल जाएगा मुंबई का बहुप्रतीक्षित कोस्टल रोड

मुख्यमंत्री करेंगे छत्रपति संभाजी महाराज तटीय मार्ग का लोकार्पण

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. मुंबई में अरब सागर के किनारे पिछले पांच वर्षों से बन रहा छत्रपति संभाजी महाराज तटीय मार्ग ( Mumbai Costal Road)  खुलने की प्रतीक्षा आज खत्म हो जाएगी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस, अजीत पवार इस मार्ग का लोकार्पण करेंगे. 10.58 किलोमीटर लंबे इस मार्ग पर कोई टोल टैक्स नहीं लगेगा. यानी लोगों की यात्रा नि: शुल्क होगी. वैसे तो पूरा कोस्टल रोड मई 2024 में शुरू किए जाने का लक्ष्य है. सोमवार को वर्ली के बिंदु माधव चौक से दक्षिण की तरफ मरीन ड्राइव तक एक तरफ का मार्ग यातायात के लिए खोल दिया जाएगा.(The wait of five years is over, Mumbai’s much awaited coastal road will open from today)

कोस्टल रोड की विशेषताएं 

कोस्टल रोड की विशेषता यह है कि  यात्रा के समय 34 प्रतिशत ईंधन के अलावा 70 प्रतिशत ईंधन की बचत होगी. इससे विदेशी मुद्रा पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और साथ ही ध्वनि एवं वायु प्रदूषण पर भी अंकुश लगेगा. लगभग 70 हेक्टेयर हरित क्षेत्र उत्पन्न होगा जिससे पर्यावरण प्रदूषण को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी. इससे निश्चित रूप से मुंबईकरों की जीवनशैली में सुधार आएगा.

111 हेक्टेयर क्षेत्र में रहेगी हरियाली

कोस्टल रोड निर्माण के दौरान समुद्र को पाट कर 111 हेक्टेयर भूमि प्राप्त हुई है जहां पर हरियाली रहेगी. इस ग्रीन कवर में साइकिल ट्रैक, सार्वजनिक हिस्से, जॉगिंग ट्रैक और ओपन थिएटर का भी निर्माण किया जाएगा. यह सड़क अन्य सड़कों पर यातायात को कम करने में भी मदद करेगी और बदले में, लोगों को गति और सुरक्षा के साथ यात्रा करने में अच्छा समय मिलेगा. कोस्टल रोड इस मेट्रो-शहर के निवासियों को एक अतिरिक्त सैरगाह भी उपलब्ध कराने जा रहा है.

मुंबई कोस्टल रोड परियोजना (दक्षिण) दक्षिण मुंबई में प्रिंसेस स्ट्रीट फ्लाईओवर से शुरू होगी और बांद्रा वर्ली सी लिंक-वर्ली छोर तक पहुंचेगी. सड़क 10.58 किमी लंबी है और सड़क के दोनों तरफ चार-चार लेन तैयार हैं. दोहरी सुरंग में हर तरफ 3 लेन होंगी. पक्की सड़कों की लंबाई 4.35 किमी और फ्लाईओवर की कुल लंबाई 2.19 किमी है. मालाबार हिल्स के नीचे से गुजरने वाली जुड़वां सुरंगों में से प्रत्येक की लंबाई 2.072 किमी है और आंतरिक व्यास 11 मीटर है. कुल भराव क्षेत्र 111 हेक्टेयर है. यहां तीन इंटरचेंज हैं जो 15.66 किमी लंबे हैं. नए साइड-वॉक 7.5 किमी लंबे हैं और बसों के आवागमन के लिए एक समर्पित लेन प्रदान की गई है. समुद्री लहरों से सुरक्षा के लिए 7.47 किमी लंबी समुद्री तट रक्षक दीवार का निर्माण किया गया है. इस परियोजना के लिए पार्किंग सुविधाएं अमर संन्स, हाजी अली, वर्ली डेयरी, थडानी जंक्शन और वर्ली में उपलब्ध होंगी.

परियोजना में तीन इंटरचेंज 

इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य मई-2024 निर्धारित किया गया है. निर्माण कार्य प्रगति पर है और 25 फरवरी तक भौतिक प्रगति 85.91 प्रतिशत थी जबकि आर्थिक प्रगति 81.19 प्रतिशत थी. सुरंग की खुदाई शत-प्रतिशत पूरी हो चुकी है और पुनर्निर्माण का 98 प्रतिशत काम हो चुका है. सुरक्षा दीवार के निर्माण का काम पूरा होने वाला है और इंटरचेंज का 87% काम पूरा हो चुका है जबकि पुलों का 85 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.

कोस्टल रोड की लागत 

मुंबई कोस्टल रोड की कुल निर्माण लागत 13983.83 करोड़ रुपए होने की उम्मीद है. इसमें अन्य आकस्मिक लागतों के साथ 9383.74 करोड़ रुपए की वास्तविक निर्माण लागत शामिल है .

कोस्टल रोड की अन्य सुविधाएं 

कोस्टल रोड परियोजना में टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) द्वारा खोदी जाने वाली भारत की सबसे बड़ी व्यास वाली सुरंग ( 12.19 मीटर व्यास) है. भारत में पहली बार सड़क परिवहन सुरंग में सकार्डो वेंटिलेशन सिस्टम लगाया गया है साथ ही, भारत में पहली बार सिंगल कॉलम पाइल्स फाउंडेशन का उपयोग करके पुलों का निर्माण किया गया है. एक ही प्रोजेक्ट में सड़क , पुल , एलिवेटेड रोड , डिसेंट रोड , ढकी हुई सुरंग , समुद्र और पहाड़ी के नीचे सुरंग , हरित क्षेत्र बनाया गया है. परियोजना में मूंगों का प्रवासन और अस्तित्व सफलतापूर्वक प्राप्त किया गया है.

 

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