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नाला सफाई में हुई लापरवाही तो नपेंगे अधिकारी

मानसून पूर्व समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दी चेतावनी

मुंबई  में चलेगा जीरो कैजुअल्टी अभियान 
आईएनएस न्यूज नेटवर्क 
मुंबई. मुंबई महानगरपालिका और अन्य अधिकारी इस मानसून सीजन के लिए तैयार हैं. यदि सभी अधिकारी मिलकर काम करें तो मानसून के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या कम हो जाएगी. मुंबई में दुर्घटना होने पर कोई घायल न हो या किसी की मौत न हो, इसके लिए मुंबई में ‘जीरो कैजुअल्टी मिशन’ लागू किया जाएगा.  मुंबई में सभी वार्डों में नदी-नालों की गहराई से और शत-प्रतिशत नालों की सफाई की जाए और इसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारियों की होगी. जो भी लापरवाही बरतेगा उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. मुंबई मनपा मुख्यालय में शुक्रवार को समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह निर्देश दिए.( If there is negligence in drain cleaning then the will take Action against those officer)
मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क के सभी गड्ढों को मास्टिक से भरा जाए. जिन जगहों पर जलजमाव होता है वहां वर्षा जल की निकासी पंप से करें. मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में कहीं भी नाले ओवरफ्लो नहीं होने चाहिए . रेल और सड़क यातायात प्रभावित नहीं हो इसका ध्यान रखें. बारिश का पानी जमा होने से लोगों को परेशानी न हो इसके लिए आदेश दिए गए हैं.  मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने चेतावनी दी है कि यदि बारिश का पानी जमा हुआ और लोगों का जन जीवन प्रभावित हुआ तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
शुक्रवार शाम को मुंबई मनपा मुख्यालय में मानसून कार्यों की समीक्षा के लिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई.
इस अवसर पर मुंबई शहर के पालक मंत्री दीपक केसरकर, उपनगर पालक मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, आयुक्त भूषण गगरानी, ​​मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फणसलकर, बेस्ट के महाप्रबंधक अनिल डिग्गीकर, अतिरिक्त आयुक्त अश्विनी जोशी, अभिजीत बांगर, अमित सैनी, सुधाकर शिंदे, संयुक्त आयुक्त, उपायुक्त आपातकालीन नियंत्रण कक्ष निदेशक महेश नार्वेकर , मुख्य अधिकारी रश्मी लोखंडे के अलावा साथ ही एनडीआरएफ, एमएमआरडीए, म्हाडा, रेलवे, पुलिस, परिवहन विभाग, नौसेना आदि के संबंधित प्रमुख अधिकारी उपस्थित थे.
इस मानसून सीजन में मुंबई में कहीं भी पानी जमा न हो इसके लिए कुछ जगहों पर बारिश के पानी को जमा करने और उसकी निकासी की व्यवस्था की गई है. साथ ही निचले इलाकों में बारिश का पानी निकालने के  लिए 24 घंटे पंप और मैनपावर तैयार रखे जाएंगे. वर्षा जल की उचित निकासी के लिए पुलिया की व्यवस्था है. इस बात का ध्यान रखने का आदेश दिया गया है कि नदियों और नालों से जितनी गाद या मिट्टी निकाली जाती है, उससे अधिक बारिश का पानी जमा न हो.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात के दौरान हादसों को रोकने के लिए मैनहोल पर लोहे की जालियां लगाई जा रही हैं. फुटपाथ पर लगाए गए ढक्कन चोरी न हो इसका ध्यान रखने के निर्देश दिए गए हैं.
दो से ढाई साल में गड्ढा मुक्त सीसी रोड
फिलहाल मुंबई में पहले चरण में सीसी रोड का निर्माण कार्य चल रहा है. दूसरे चरण में सीसी रोड निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. अगले दो से ढाई साल में डामर की जगह सीसी सड़कें ले लेंगी. मुख्यमंत्री शिंदे ने विश्वास जताया कि मुंबईकरों को गड्ढा मुक्त सीसी सड़कें उपलब्ध होंगी.
इस साल मुंबई में पानी नहीं होगा
इस साल बारिश अच्छी होगी. लेकिन जल निकासी का कार्य ठीक से करने का आदेश संबंधित सिस्टम को दिया गया है. जल निकासी पंप लगाए जाएंगे। नगर पालिकाएं और सभी सिस्टम तैयार रहेंगे.  मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दावा किया कि इस साल भी मानसून के दौरान मुंबई में जलजमाव नहीं होगा.
पहाड़ी क्षेत्र के नागरिकों का होगा स्थानांतरण
ऐसे नागरिक जो मुंबई में पहाड़ी ढलानों पर अपनी जान खतरे में डाल कर रह रहे हैं, उन्हें अपने घर खाली करने और स्थानांतरित होने के लिए कहा गया है. साथ ही उक्त स्थान पर सुरक्षा के लिए लोहे की जाली लगाई जाएगी. इसके अलावा, एमएमआरडीए, म्हाडा के ट्रांजिट कैंपों में कुछ खाली घर हैं और उनकी मरम्मत की जानी चाहिए. मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि भूस्खलन प्रभावित इलाकों के नागरिकों को अस्थायी तौर पर पुनर्वासित करने का आदेश दिया गया है.

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