महाराष्ट्रमुंबई

कोविड सेल्फ टेस्टिंग किट पर बढ़ी सख्ती

बीएमसी को रोज देना होगा अपडेट

 

बीएमसी ने जारी की गाइड लाइन

आईएनएस न्यूज नेटवर्क

मुंबई. मुंबई महानगर पालिका ने मेडिकल स्टोर्स पर बिक रहे सेल्स कोविड टेस्टिंग किट पर सख्ती बढ़ा दी है. बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने गाइड लाइन जारी करते हुए रैपिड एंटीजन टेस्ट व होम टेस्ट के लिए किस उपभोक्ता को बेची गई है उसकी रोज जानकारी देनी होगी. नई गाइड लाइन से सेल्फ टेस्टिंग की जानकारी छुपाना मुश्किल हो जाएगा. बीएमसी ने रैपिड एंटीजन टेस्ट व होम टेस्ट किट के उत्पादक, वितरक, मेडिकल स्टोर्स, डिस्पेंसरी, केमिस्ट सभी की जिम्मेदारी तय कर दी है. सभी को प्रतिदिन शाम 6 बजे तक ई- मेल के जरिए एफडीए व बीएमसी को कितने किट, किसे बचे गए इसकी जानकारी उपलब्ध करानी होगी. उस जानकारी को बीएमसी  आईसीएमआर की वेबसाइट पर अपलोड करेगी.

आंकडों में गडबड़ी के बाद फैसला

बीएमसी को अंधेरे में रख कर लोग घरों में सेल्स टेस्टिंग कर रहे थे. पॉजिटिव आने के बाद भी बीएमसी से जानकारी छुपा रहे थे. बीएमसी अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने कहा था कि  मुंबई में 3 लाख लोगों ने सेल्फ टेस्टिंग की है. जिसमें से सिर्फ 98 हजार 957 लोगों ने अपनी रिपोर्ट की जानकारी  ऐप पर अपलोड की है.  2 लाख लोगों ने बीएमसी को कोई जानकारी ही नहीं दी कि वे पॉजिटिव या निगेटिव थे. उसके बाद ही बीएमसी को गाइड लाइन जारी करनी पड़ी.

रैपिड एंटीजन टेस्ट किट व होम किट का उत्पादन करने वाली कंपनी को किट वितरण करने वाले, खरीदने वाले मेडिकल स्टोर्स, केमिस्ट व डिस्पेंसरी की जानकारी रखनी होगी. कितने किट का वितरण हुआ, किसे बेचा गया, मेडिकल स्टोर्स व डिस्पेंसरी को इसकी पूरी जानकारी फॉर्म ए भर कर एफडीए कमिश्नर को whogmp.mahafda@gmail.com और बीएमसी को mcgm.hometests@gmail.com पर प्रतिदिन भेजना अनिवार्य होगा.
केमिस्ट, मेडिकल स्टोर्स व डिस्पेंसरीज को किट खरीदने वालों के बारे में पूरी जानकारी रखना अनिवार्य होगा. इन्होंने कितनी किट बेंची और किसे बेंची उसकी पूरी जानकारी प्रतिदिन एफडीए व बीएमसी के ई- मेल पर भेजना होगा. केमिस्ट किट खरीदने वालों को बिल देने के साथ ग्राहक का पूरा रिकॉर्ड रखना होगा. इसकी पूरी जानकारी प्रतिदिन शाम 6 बजे तक एफडीए व बीएमसी के ई- मेल पर उपलब्ध करानी होगी.

एफडीए और बीएमसी की टीम उत्पादक, वितरक, केमिस्ट, मेडिकल व डिस्पेंसरीज से डेटा इकट्ठा करेगी. इसका बीएमसी की स्पेशल टीम  भी डेटा को मॉनिटरिंग करेगी. मेडिकल हेल्थ ऑफिसर की टीम को नियम का उल्लंघन करनेवालों के खिलाफ एक्शन की जिम्मेदारी दी गई है. बीएमसी की वार्ड टीम यह तय करेगी कि प्रतिदिन का पूरा डेटा आईसीएमआर की वेबसाइट व ऐप पर अपलोड करे.

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