उद्धव ठाकरे से मुलाकात के कारण कट गया रमेश सिंह का पत्ता
आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. राजनीति में अपने आपको बनाए रखने के लिए तमाम रणनीति बनानी पड़ती है. लेकिन अति उत्साह और पर्दे के पीछे गुल खिलाने के चक्कर में बेड़ा गर्क हो जाता है. कुछ ऐसा हाल भाजपा नेता ठाकुर रमेश सिंह का हुआ. शिवसेना उबाठा प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात ठाकुर रमेश सिंह को भारी पड़ गया. उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को इसकी भनक लग गई और रमेश सिंह का टिकट कट गया. (Ramesh Singh was dropped due to his meeting with Uddhav Thackeray)
कांग्रेस से विधायक रहे बाबू रमेश सिंह बड़े बिल्डर हैं. रमेश सिंह भाजपा में हैं, बेटा भाजपा से नगरसेवक है. उन्होंने भाजपा से कांदिवली पूर्व और चारकोप इन दो विधानसभा से टिकट की मांग की थी. भाजपा ने कांदिवली पूर्व से निवर्तमान विधायक अतुल भातखलकर को दोबारा टिकट दिया है. अब बची चारकोप सीट यह सीट शिवसेना शिंदे गुट के हिस्से आई. कांदिवली पूर्व से टिकट चाह रहे रमेश सिंह को उद्धव ठाकरे ने चारा फेंका और मुलाकात के लिए बुला लिया. इस मुलाकात के कारण उन्हें कहीं से भी टिकठ नहीं मिला.
चारकोप सीट पर शिवसेना शिंदे ने संजय निरुपम को टिकट दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि शिवसेना यूबीटी के विधायक सुनील प्रभु के खिलाफ माहौल था, यदि भाजपा राजहंस सिंह को टिकट देती तो यह सीट निकल जाती लेकिन मनपा कोटे से एमएलसी होने के कारण उन्हें टिकट नहीं दिया गया. संजय निरुपम को कार्यकर्ताओं को मनाने से लेकर कई चुनौतियों से जूझना पड़ रहा है.
ब्रिजेश सिंह ने वापस लिया नामांकन
भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव ब्रिजेश सिंह मालाड विधानसभा सीट से बगावत कर विनोद शेलार के खिलाफ पर्चा दाखिल किए थे, आज उन्होंने पर्चा वापस लेने की घोषणा की. ब्रिजेश सिंह ने ट्वीट कर कहा मलाड से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा दाखिल करना हमारे लिए पीड़ादायक रहा . कई वरिष्ठ नेताओं और शुभचिंतकों ने मुझे इस कदम पर पुनर्विचार करने की सलाह दी थी. देवेंद्र फडणवीस जी ने आज स्वयं फोन कर हमें नामांकन वापस लेने की सलाह दी थी. इसलिए हम अपना नामांकन वापस ले रहे हैं. सदैव भाजपा और आरएसएस के साथ रहेंगे.