अडानी ने धारावी वासियों को दिया जोर का झटका, परियोजना से धारावी का नाम ही गायब

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
मुंबई. एशिया की सबसे बड़े स्लम का रिडेवलपमेंट करने वाले उद्योगपति गौतम अडानी की कंपनी ने धारावी वासियों को जोर का झटका दिया है. धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट प्रा लि (DRPPL) का नाम बदल दिया है. इस परियोजना की 80 प्रतिशत हिस्सेदारी अडानी रियलिटी के पास है जबकि 20 प्रतिशत हिस्सा राज्य सरकार के पास है. अडानी ने डीआरपीपीएल की जगह इस परियोजना का नाम बदल कर नवभारत मेगा डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड (NMDPL) करके प्रोजेक्ट से धारावी का नाम ही गायब कर दिया है. जिसका धारावी वासियों ने तगड़ा विरोध किया है. (Adani gave a big shock to Dharavi residents, Dharavi’s name disappeared from the project)
धारावी पुनर्विकास प्रोजेक्ट के लिए महाराष्ट्र सरकार एवं अडानी की जॉइंट पार्टनरशिप में अदानी की 80% एवं सरकार की 20% हिस्सेदारी में धारावी रिडेवलपमेंट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड (DRPPL) नामक कंपनी स्थापित की गई थी.DRPPL के निदेशक समूह ने 12 दिसंबर 2024 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा ली एक मीटिंग में एक प्रस्ताव (Resolution) पारित कर के कंपनी का नाम बदलने का निर्णय लिया. 17 दिसंबर से ही कंपनी का नया नाम नवभारत मेगा डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड कर दिया. कंपनी की CFO बीना इंजिनिअर ने DRPPL के सभी निदेशकों को इसकी सूचना दी है.
अडानी ने इससे पहले धारावी पुनर्विकास प्रोजेक्ट का भूमिपूजन भी किसी को भी बताए बगैर चोरी – चोरी, चुपके – चुपके किया था, अब उसी तरीके से कंपनी का नाम बदल दिया है. NMDPL अडानी की पुरानी कंपनी है जिसमें DRPPL का विलय कर दिया है.
धारावी बचाओ आंदोलन के समन्वयक और शेतकरी कामगार पार्टी के कार्यालय सचिव एड.राजेन्द्र कोरडे ने कहा कि आगे चल कर धारावी वासियों का पता भी बदल दिया जाएगा, वो सॉल्ट पैन या कचरा पट्टी की जमीन का होगा. उन्होंने कहा कि आज नाम से धारावी गायब हो गया है कल धारावी वासियों को ही धारावी से गायब कर दूसरी जगह फेंक दिया जाएगा.