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महाकुंभ मेले की 54 बीघा जमीन वक्फ बोर्ड की बता कर फंस गए मौलाना उत्तर प्रदेश राजस्व विभाग ने शुरू की जांच

संभल की जांच में फर्जी निकले खरीद फरोख्त के दस्तावेज

आईएनएस न्यूज नेटवर्क
प्रयागराज. प्रयागराज महाकुंभ मेले में मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध के बाद शुरू हुआ विवाद अब और बढ़ गया है. राजस्व विभाग ने इस दावे की जांच शुरु कर दी है. इस बीच संभल में संभल में जिस जगह पुलिस चौकी का निर्माण किया जा रहा है उस भूमि को भी वक्फ बोर्ड की भूमि होने का दावा किया गया था.
राज्य विभाग की जांच में यह दावा फर्जी निकला है. राजस्व विभाग की पड़ताल में पता चला कि 52 बीघे जमीन की खरीद फरोख्त फर्जी तरीके से की गई है.
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी ने दावा किया कि महाकुंभ पर जो भी आयोजन हो रहा है उसमें से 54 बीघा जमीन वक्फ की है. मौलाना ने कहा कि हमने कोई आपत्ति नहीं की, मगर दूसरी तरफ अखाड़ा परिषद और दूसरे बाबा लोग मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रहे है.उन्हें भी  मुसलमानों की तरह बड़ा दिल दिखाना होगा.
आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रिजवी बरेलवी ने प्रेस काफ्रेंस में कहा कि प्रयागराज के रहने वाले सरताज ने दावा किया है कि कुंभ मेले की जहां तैयारियां की जा रही हैं, वह जमीन वक्फ की है. ये जमीन लगभग 54 बीघा है. मौलाना ने कहा था कि यह तंग नजरी छोड़नी होगी. मौलाना के इस बयान के बाद उत्तर प्रदेश के राजस्व विभाग ने जांच शुरू की है.
वहीं संभल पुलिस चौकी की भूमि रिकॉर्ड की जांच जमीन की खरीद फरोख्त का कोई दस्तावेज नहीं मिलने पर अब मामला उल्टा पड़ गया है. जिस जमीन की खरीद का दावा किया गया था उसका रजिस्ट्रेशन का कोई रिकॉर्ड नहीं है. अधिकारी ने कहा कि दिखाए गए दस्तावेज फर्जी तरीके से बनाए गए हैं. अब इस पर प्रशासन की तरफ से जल्द कार्रवाई शुरू होगी. यानी कथित वक्फ बोर्ड की संपत्ति के दावे वाली जमीन पर बनाए गए निर्माण पर बुलडोजर चलने की संभावना बढ़ गई है. जबकि महाकुंभ की दावे वाली जमीन की भी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है.

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